अस्पताल में इलाज के दौरान कम पड़ गए पैसे तो न लें टेंशन, इस…- भारत संपर्क


इलाज के दौरान नहीं पड़ेगी पैसों की कमी
आम आदमी की कमाई में जितनी बढ़ोतरी नहीं हुई है, उससे कई गुना अधिक उसके खर्चे बढ़ गए हैं. इलाज की बात करें तो वह काफी महंगा हो गया है. यही वजह है कि आम आदमी अपना हेल्थ इंश्योरेंस कराने की हरसंभव कोशिश में रहता है, ताकि जब उसके सामने कोई हेल्थ समस्या हो तो वह बिना किसी आर्थिक समस्या को फेस किए बेहतर इलाज करा सके, लेकिन कई बार यह देखने को मिलता है कि लोग हेल्थ इंश्योरेंस ना होने के चलते अच्छा इलाज नहीं करा पाते हैं, क्योंकि उस समय उनके पास ना ही पैसे होते हैं, ना ही कोई रिश्तेदार मदद करने के लिए तैयार होता है. इसी समस्या के समाधान के लिए कैनरा ने एक शानदार काम किया है.
कैनरा ने खोला रास्ता
केनरा बैंक ने अस्पताल के खर्च में कमी को पूरा करने के लिए लोन देने की योजना सहित कई नये ऑप्शन पेश किए हैं. बैंक ने बयान में कहा कि केनरा हील नामक हेल्थ केयर सेंट्रिक लोन का मकसद खुद के और उस व्यक्ति पर डिपेंडेंट के स्वास्थ्य बीमा दावों का निपटान करते हुए अस्पताल में भर्ती होने के खर्च की कमी को पूरा करना है.
अस्पताल के खर्चों को पूरा करने के लिए लोन फ्लोटिंग यानी परिवर्तित ब्याज दर के आधार पर 11.55 प्रतिशत सालाना और निश्चित ब्याज दर आधार पर 12.30 प्रतिशत पर लोन उपलब्ध होगा. हेल्थ केयर लोन सुविधा उन ग्राहकों के लिए उपलब्ध है, जिनके इलाज का खर्च बीमा राशि से अधिक है. बैंक ने महिलाओं के लिए बचत खाता केनरा एंजल भी पेश किया है. इसमें कैंसर देखभाल की नीति, पहले से मंजूर व्यक्तिगत लोन (केनरा रेडी कैश) और मियादी जमा के एवज में ऑनलाइन लोन (केनरा माई मनी) की सुविधाएं शामिल हैं.
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महिलाओं को मिलेगा फायदा
बचत खाता खोलते समय यह महिलाओं के लिए नि:शुल्क है. मौजूदा महिला ग्राहक इन सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए अपने खाते को इसमें तब्दील कर सकती हैं. बैंक ने उपयोगकर्ता के अनुकूल भुगतान इंटरफेस ‘केनरा यूपीआई 123पे एएसआई’ और बैंक के कर्मचारियों के लिए केनरा एचआरएमएस मोबाइल ऐप भी पेश किया है. बैंक ने यह भी दावा किया कि वह रिजर्व बैंक नवोन्मेष केंद्र के सहयोग से स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को घरों पर निर्बाध डिजिटल सेवाएं प्रदान करने वाला पहला बैंक बन गया है.