इन 5 योजनाओं में लगा दिया पैसा तो खत्म हो जाएगी बुढ़ापे की…- भारत संपर्क


म्यूचुअल फंड
सीनियर सिटीजन अक्सर सुरक्षा और बुढ़ापे की टेंशन को खत्म करने के लिए निवेश करते हैं. बात अगर निवेश की आती है, तो ज्यादातर लोग एफडी का ही रास्ता चुनते है. निवेश के कई विकल्प बाजार में मौजूद है, लेकिन आज भी लोग अच्छी योजनाओं की तलाश में रहते हैं. आइए जानते है की सीनियर सिटीजन के लिए कौन सी योजनाओं में निवेश करने से बुढ़ापे की टेंशन खत्म हो जाएगी….
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम एक सरकारी स्कीम है जो वरिष्ठ नागरिकों के लिए है. इस स्कीम में कुल 5 साल के लिए पैसे निवेश कर सकते हैं. सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर निवेश की गई राशि पर 8.2 फीसदी के हिसाब से ब्याज दर का लाभ मिलता है. इस स्कीम में कम से कम 1,000 रुपये और ज्यादा से ज्यादा 30 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं. इस स्कीम में इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए के इन्वेस्ट पर टैक्स छूट मिलता है.
अटल पेंशन योजना
इस योजना के लिए 18 से 40 वर्ष की आयु के नागरिक आवेदन कर सकते हैं. इसके बाद जब आप 60 वर्ष की आयु के हो जाएगें तब 1,000 रुपये से 5,000 रुपये के बीच मासिक आय मिलनी शुरू हो जएगी. मिलने वाली रकम इस बात पर निर्भर करेगी की आपने 18 से 40 वर्ष की आयु के बीच में कितना निवेश किया है.
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डाकघर मासिक आय योजना खाता (एमआईएस)
यह एक डाकघर मासिक पेंशन योजना है जहां पांच साल तक पेंशन प्राप्त कर सकते है. पांच साल के बाद निवेश की गई रकम वापस भी मिल जाती है. इस स्कीम पर निवेश की गई राशि पर 7.4 फीसदी के हिसाब से ब्याज दर का लाभ मिलता है. इस स्कीम में कम से कम 9 लाख और ज्यादा से ज्यादा 15 लाख रुपये तक का निवेश कर सकते हैं. एक व्यक्ति को अधिकतम 5,550 रुपये मासिक पेंशन मिल सकती है, जबकि ज्वाइंट अकाउंट पर पांच साल के लिए अधिकतम 9,250 रुपये मासिक आय मिल सकती है.
एसडब्ल्यूपी में म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड व्यवस्थित निकासी योजना (एसडब्ल्यूपी) के माध्यम से मासिक आय भी प्रदान करते हैं. कोई व्यक्ति एसडब्ल्यूपी में निवेश करता है तो यह फंड आपको एक निश्चित मासिक पेंशन देता है. चूंकि यह एक बाजार से जुड़ा कार्यक्रम है, जहां खराब प्रदर्शन के कारण आपका फंड समाप्त हो सकता है, इसलिए अपने फंड को हरा-भरा रखने का आदर्श तरीका एक वर्ष में अपने औसत रिटर्न से कम पैसा निकालना है.
फिक्स्ड डिपॉजिट
डाकघर और बैंक अलग-अलग अवधि के लिए फिक्स्ड देता हैं. डिपॉजिट, एफडी जमा पर मासिक, तिमाही, अर्ध-वार्षिक और वार्षिक ब्याज भी देती है. इसके साथ ही, वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाला ब्याज दर आम तौर पर नियमित नागरिकों की तुलना में 25 आधार अंक अधिक होती है. पांच साल की एफडी धारा 80 सी के तहत कर छूट भी प्रदान करती है.