महाकुंभ में विदेशी युवतियों ने किया कालभैरवाष्टकम का पाठ, संस्कृत के श्लोकों का सटीक…
विदेशी युवतियों ने किया कालभैरवाष्टकम का पाठImage Credit source: X/@MahaaKumbh
प्रयागराज महाकुंभ 2025 मेले से एक ऐसा अद्भुत दृश्य सामने आया है, जिसे लोग भारतीय परंपरा की महानता और सनातन धर्म के वैश्विक प्रभाव का प्रतीक मान रहे हैं. दरअसल, इटली से आई युवतियों के एक ग्रुप ने संगम घाट पर संस्कृत में कालभैरवाष्टकम का पाठ करके न केवल वहां मौजूद श्रद्धालुओं को चकित कर दिया, बल्कि सोशल मीडिया की पब्लिक का भी मन मोह लिया है.
वायरल हो रहे वीडियो में विदेशी युवतियों ने संस्कृत के श्लोकों का सटीक उच्चारण करते हुए जिस तरह से उसका गायन किया, वो भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के प्रति उनकी गहरी श्रद्धा और भक्ति भाव को दर्शाता है. इस वीडियो को पीटीआई ने जारी किया है, जिसने सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर तेजी से लोकप्रिय हासिल की है.
रिपोर्ट के अनुसार, इन विदेशी युवतियों के गुरु ने बताया कि वे भारतीय ग्रंथों और मंत्रों का गहन अध्ययन करती हैं. इतना ही नहीं, इनमें से कोई भी श्लोक उनके लिए अपरिचित नहीं है. @MahaaKumbh एक्स हैंडल से शेयर हुए इस वीडियो पर अब तक डेढ़ लाख व्यूज आ चुके हैं. वहीं, कमेंट की बौछार हो गई है.
यहां देखें वीडियो, विदेशी युवतियों ने किया कालभैरवाष्टकम का पाठ
सभी विदेशी आगंतुकों #MahaKumbh2025 में स्वागत है ।#Mahakumbh में पहुंची विदेशी युवतियों ने किया कालभैरवाष्टकम का पाठ ।। pic.twitter.com/O0c6TKL3HE
— MahaKumbh 2025 (@MahaaKumbh) January 13, 2025
‘इतना शुद्ध उच्चारण, अविश्वसनीय!’
एक यूजर ने कमेंट किया, इतना शुद्ध उच्चारण, अविश्वसनीय! क्लिप देखकर दूसरे यूजर का कहना है, विदेशी युवतियों ने कालभैरवाष्टकम का पाठ कर भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ाया. एक अन्य यूजर ने लिखा, हर-हर महादेव.
कालभैरवाष्टकम का महत्व
‘कालभैरवाष्टकम’ भगवान शिव के रौद्र स्वरूप ‘कालभैरव’ की स्तुति से संबंधित एक दिव्य स्तोत्र है, जो ‘काल के स्वामी’ के स्वरूप की महिमा का वर्णन करता है. इसे आदिगुरु शंकराचार्य ने रचा है. इसका पाठ करने से संकट का नाश और भयमुक्त होने के साथ ही आंतरिक शांति मिलती है.