मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में रिकॉर्ड 65.25 फीसदी वोटिंग, उम्मीदवारों की क… – भारत संपर्क
मिल्कीपुर में मतदान (सांकेतिक)
उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र और तमिलनाडु के इरोड (पूर्व) में उपचुनाव के लिए बुधवार को मतदान हुआ. भारतीय चुनाव आयोग के अनुसार, शाम 5 बजे तक इरोड (पूर्व) में 64.02% और मिल्कीपुर में 65.25% मतदान हुआ. मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चला. मिल्कीपुर में नया रिकॉर्ड बना है. 2022 में 60 फीसदी वोटिंग हुई थी, जबकि उपचुनाव 65 प्रतिशत से अधिक वोटिंग हुई है.दिल्ली सहित विधानसभा उपचुनावों के रिजल्ट 8 फरवरी को घोषित किये जाएंगे.
शाम 5:00 बजे तक मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में अनुमानित मतदान प्रतिशत 65.25% है. मतदान समाप्ति पर मतदान प्रतिशत थोड़ा अधिक हो सकता है, जो शाम 5:00 बजे कतारों में खड़े मतदाताओं की संख्या पर निर्भर करता है.
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मिल्कीपुर में समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी के चंद्रभानु पासवान सहित 10 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गयी है.
बसपा जहां उपचुनाव नहीं लड़ रही है, वहीं कांग्रेस इस सीट पर अपने गठबंधन सहयोगी सपा का समर्थन कर रही है. आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) भी इस सीट से चुनाव लड़ रही है. 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद लोकसभा सीट जीतने के बाद अवधेश प्रसाद के सीट खाली करने के बाद उपचुनाव की जरूरत पड़ी थी.
सपा जहां इस सीट को बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा इस चुनाव को फैजाबाद में अपनी हार का बदला लेने के अवसर के रूप में देख रही है. 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर अयोध्या जिले की एकमात्र विधानसभा सीट थी, जहां भाजपा हारी थी.
अखिलेश ने लगाये ये आरोप
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अधिकारियों पर “फर्जी मतदान” और धांधली का आरोप लगाया, लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने आरोप को खारिज कर दिया.
ये है पीठासीन अधिकारियों की सच्चाई का स्टिंग ऑपरेशन जो सत्ताधारी के लिए फ़र्ज़ी मतदान का टार्गेट पूरा कर रहे हैं। इनके बूथों पर तुरंत चुनाव रद्द किया जाए और इन्हें प्रथमदृष्ट्या आडियो सबूतों के आधार पर निलंबित किया जाए और फिर उचित न्यायिक कार्रवाई के बाद बर्खास्त भी। अधिकारियों pic.twitter.com/mNyIGKjrpL
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 5, 2025
मिल्कीपुर उपचुनाव समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है क्योंकि यह सीट राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण अयोध्या जिले का हिस्सा है.
अखिलेश यादव ने कही ये बात
सपा प्रमुख यादव ने आरोप लगाया कि निर्वाचन क्षेत्र में पीठासीन अधिकारी “फर्जी मतदान का लक्ष्य पूरा कर रहे हैं” और चुनाव आयोग तथा सर्वोच्च न्यायालय से “लोकतंत्र के दुश्मनों” का संज्ञान लेने को कहा.
यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक कथित स्टिंग से ऑडियो क्लिप पोस्ट की और कहा, “यह पीठासीन अधिकारियों की सच्चाई का स्टिंग ऑपरेशन है जो सत्ताधारी पार्टी के लिए फर्जी मतदान का लक्ष्य पूरा कर रहे हैं.” चुनाव के लिए कुल 255 मतदान केंद्र एवं 414 मतदान केंद्र बनाए गये थे. उपचुनाव के लिए 1.93 लाख से अधिक पुरुष मतदाता हैं, जबकि 1.78 लाख से अधिक महिला मतदाता हैं. आठ थर्ड जेंडर मतदाता थे.