NCERT की किताब में मैप ने राजस्थान में छेड़ा विवाद, पूर्व राजघराने बोले- ये…


सांकेतिक तस्वीर.
एनसीईआरटी की 8वीं की सामाजिक विज्ञान की किताब के मैप ने विवाद खड़ा कर दिया है. इस किताब में राजस्थानी रियासतों को मराठा साम्राज्य का हिस्सा बताया गया है. इसे लेकर भाजपा सांसद समेत 4 राजपरिवारों ने NCERT के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. राजस्थान के चार बड़े पूर्व राजघरानों का कहना है कि ये राजनीतिक एजेंडा है. एनसीईआरटी के शिक्षाविदों पर हमला बोलते हुए कहा कि इतिहास को तथ्यों के आधार पर प्रस्तुत करना चाहिए.
सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ और विधायक विश्वराज सिंह ने कहा, पहले ब्रिटिश शासन के अंतर्गत गलत तरीके से पेश किया गया. अब मराठों के अधीन बताया जा रहा है. NCERT के शिक्षा विशेषज्ञों को कौन शिक्षित करेगा? बता दें कि किताब में एक मैप प्रकाशित हुआ है, इसमें जैसलमेर, मेवाड़ और बूंदी समेत राजस्थान के कई हिस्सों को मराठा साम्राज्य का हिस्सा बताया गया है.
राजस्थान में गहराता जा रहा है विवाद
जैसलमेर, मेवाड़ और बूंदी को मराठा साम्राज्य का हिस्सा दिखाने को लेकर राजस्थान में विवाद गहराता जा रहा है. इस पर मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य और नाथद्वारा से भाजपा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ और उनकी पत्नी व राजसमंद से भाजपा सांसद महिमा कुमारी मेवाड़, जैसलमेर के पूर्व राजघराने के प्रमुख चैतन्यराज सिंह भाटी, बूंदी के पूर्व राजघराने के सदस्य ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा ने एनसीईआरटी के शिक्षाविदों पर हमला बोला है.
NCERT के शिक्षा विशेषज्ञों को कौन शिक्षित करेगा?
उन्होंने कहा है कि यह पूर्वजों के बलिदान को धूमिल करने का प्रयास है. इतिहास को तथ्यों के आधार पर प्रस्तुत करना चाहिए. ना कि क्षेत्रीय या राजनीतिक एजेंडों के आधार पर. भाजपा सांसद महिमा कुमारी मेवाड़ और विधायक विश्वराज सिंह ने एक पोस्ट में लिखा, पहले ब्रिटिश शासन के अंतर्गत गलत तरीके से पेश किया गया. अब मराठों के अधीन बताया जा रहा है. NCERT के शिक्षा विशेषज्ञों को कौन शिक्षित करेगा? क्या वो भारत के ऐतिहासिक तथ्यों को सही तरीके से प्रस्तुत करने में सक्षम हैं? इस पर गंभीर संदेह है.