पटना: केबिन में खून से लथपथ डॉक्टर, शरीर में धंसी थीं 7 गोलियां…मरीज के…


डॉक्टर की हत्या
बिहार की राजधानी पटना में अगमकुआं है. अपने ऐतिहासिक विरासत को समेटे हुए अगम कुआं में एशिया हॉस्पिटल है. यह अस्पताल शहर में काफी प्रसिद्ध है. लेकिन शनिवार को यहां एक ऐसी घटना घटी, जिससे पूरा शहर दहल गया. यहां बदमाशों ने दिनदहाड़े अस्पताल में घुसकर महिला डॉक्टर को गोलियों से भून दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश आसानी से फरार हो गए.
मृतक महिला डॉक्टर का नाम सुरभि है, जो अस्पताल की डायरेक्टर भी थीं. इनकी लाश केबिन में खून से लथपथ हालत में मिलीं. बदमाशों ने उनको एक-दो नहीं, बल्कि सात गोलियां मारी थीं. इस घटना में सुरभि गंभीर रूप से घायल हो गई थीं, जिन्हें इलाज के लिए ले जाया गया. लेकिन वह नहीं बच पाईं और उनकी मौत हो गई. बदमाशों ने दिनदहाड़े इतनी बड़ी वारदात को अंजाम दिया.
कैसे और कब हुई घटना?
दरअसल 12 बजे डॉक्टर सुरभि अपने घर से अकेले अस्पताल पहुंचती हैं. इसके बाद वह अपने केबिन में जाती हैं. इसके करीब दो-ढाई घंटे बाद जब एक दीपक नाम का कर्मी उनके केबिन में पहुंचता है तो उसके होश उड़ जाते हैं. फर्श पर डॉक्टर सुरभि पड़ी होती है. वह भी खून से लथपथ हालत में थीं. दीपक ने तुरंत अस्पताल के और स्टाफ को जानकारी दी. सुरभि को तुरंत पटना के एम्स ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान सुरभि की मौत हो गई. यानी 12 बजे सुरभि अस्पताल पहुंचती हैं और 3 बजे उनकी हत्या कर दी जाती है.
मरीज के परिजन बनकर पहुंचे
12 से 3 बजे के बीच 3 घंटों के अंदर-अंदर बदमाश अस्पताल में घुसते हैं. वह डॉक्टर सुरभि के केबिन तक एक मरीज के परिजन बनकर पहुंचते हैं. उनपर गोलियां बरसाते हैं और फरार हैं, लेकिन कोई भी इन बदमाशों को नहीं देखता. घटना की जानकारी मिलने के बाद अगमकुआं थाने की पुलिस और पटना सिटी के एसडीपीओ मौके पर पहुंचते हैं. मौके से छह खोखे बरामद किए जाते हैं. अब पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है. सीसीटीवी कैमरों को खंगालने में लगी हुई है. इसके साथ ही घटना के बाद मौके पर एफएसएल की टीम को भी बुलाया गया था. वह भी जांच में जुटी हुई है.
पटना के एम्स में पोस्टमार्टम
इस घटना के दौरान अस्पताल में 13 कर्मी मौजूद थे. अस्पताल में ट्रेनिंग चल रही थी. सभी कर्मी ट्रेनिंग कर रहे थे, जब ट्रेनिंग खत्म हुई तो दीपक नाम का कर्मी डायरेक्टर सुरभि के केबिन में गया था और उनकी हत्या की जानकारी हुई थी. उनका पटना के एम्स में ही पोस्टमार्टम कराया जा रहा है. पुलिस ने अभी तक सुरभि के परिजनों का बयान नहीं लिया है. पुलिस ये भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि घटना के दौरान कौन-कौन अस्पताल में आया और गया.
अस्पताल नहीं जा पाए थे पति
सुरभि और उनके पति दोनों ही अगमकुआं के एशिया हॉस्पिटल के संचालक हैं और सुरभि डायरेक्टर भी थीं. घटना के दिन सुरभि के पति राकेश किसी वजह से अस्पताल नहीं जा सके थे और वापसी पर सुरभि का खाने पर इंतजार कर रहे थे, लेकिन उन्हें सुरभि की हत्या की जानकारी मिली, जिसके बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. अब उनका रो-रोकर बुरा हाल है.सुरभि के दो बच्चे भी हैं. अब पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस वारदात को किसी आपसी रंजिश के चलते अंजाम दिया गया. क्या सुरभि की किसी से दुश्मनी थी या फिर हत्या की कोई और वजह है. पुलिस जांच में सामने आया है कि घटना के बाद सबूत मिटाने की कोशिश भी की गई.