रोहित शर्मा की नाकामी में भी अच्छी खबर, टीम इंडिया ने ली होगी राहत की सांस – भारत संपर्क
रोहित शर्मा ने दूसरी पारी में 28 रन बनाए.Image Credit source: PTI
हेडलाइन पढ़कर हैरानी जरूर हो सकती है- रोहित शर्मा का फेल होना आखिर टीम इंडिया के लिए कैसे अच्छा हो सकता है? आखिर रोहित के बल्ले से बड़ी पारी न निकलना भारतीय टीम को कैसे फायदे में पहुंचा सकता है? मगर ये सच है और ऐसा क्यों है, इसके बारे में आपको आगे बताएंगे. पहले बस इतना जान लीजिए कि रोहित शर्मा को ये नाकामी रणजी ट्रॉफी मुकाबले में मिली, जहां जम्मू कश्मीर के खिलाफ पहली पारी में 3 और दूसरी पारी में 28 रन बनाकर आउट हुए. स्कोर बड़े नहीं हैं लेकिन दूसरी पारी में जिस तरह की बैटिंग उन्होंने की, वो टीम इंडिया के लिए अच्छी खबर है.
टीम इंडिया के कप्तान के लिए पिछले कुछ महीने अच्छे नहीं रहे हैं. रोहित बड़ी पारी खेलना तो दूर, कुछ देर के लिए भी क्रीज पर नहीं टिक पा रहे. पिछली कुछ टेस्ट सीरीज में ये साफ तौर पर देखने को मिला था, जहां रोहित शुरुआती गेंदों में ही विकेट गंवा रहे थे. अंदर आती हुई गेंद हो या बाहर निकलती गेंद, रोहित दोनों में नाकाम रहे थे. इतना ही नहीं, अपने पसंदीदा पुल शॉट को भी वो सही से नहीं खेल पाए. रणजी ट्रॉफी मैच की पहली पारी में वो इसी कोशिश में आउट हुए थे.
बड़ी पारी नहीं आई, फिर भी दिखा रंग
जम्मू-कश्मीर के खिलाफ पहली पारी में अनजान गेंदबाज उमर नजीर की गेंद पर सिर्फ 3 रन पर आउट होने वाले रोहित से दूसरी पारी में बड़ी उम्मीदें थीं लेकिन ऐसा नहीं हो सका. इसके बावजूद रोहित ने 35 गेंदों की अपनी पारी में 28 रन बनाए और जिस तरह से उन्होंने ये रन बनाए वो खास थे. आउट होने से पहले रोहित के बल्ले की टाइमिंग एकदम बेहतरीन नजर आई और वो गेंद को बिना किसी परेशानी के हिट करते हुए दिखे. कवर्स के ऊपर से लॉफ्टेड ड्राइव पर लगाया छक्का इसका सबसे अच्छा उदाहरण था. रोहित ने एक ही ओवर में 6, 4, 4 जड़ते हुए 14 रन भी बटोरे.
इसलिए टीम इंडिया के लिए अच्छी खबर
अब भी अगर आप सोच रहे हैं कि रोहित का सिर्फ 28 रन बनाना और कुछ दमदार स्ट्रोक लगाना कैसे टीम इंडिया के लिए अच्छा हो सकता है. तो इसे ऐसे समझिए- इस पारी से पहले रोहित सही टाइमिंग के लिए जूझ रहे थे, वो गेंद की लाइन को सही से पकड़ नहीं पा रहे थे, अपना शॉट खेलने के लिए सही फैसला नहीं ले पा रहे थे और इसलिए दो बार ऑफ स्टंप से बाहर की गेंद को पुल करने या फ्लिक करने की दुविधा में फंस कर कैच दे बैठे. मगर 35 गेंद की इस पारी में रोहित ने दिखाया कि उनका पुराना टच लौट रहा है. इसके बाद रोहित इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेलेंगे, जो उनके लिए थोड़ा आसान रहेगा और अगर इस लय के साथ वो सफेद गेंद के क्रिकेट में उतरते हैं, तो चैंपियंस ट्रॉफी में वो कमाल कर सकते हैं.