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डीएमएफ घोटाले में डिप्टी कलेक्टर सहित 4 अफसर गिरफ्तार, आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो की कार्रवाई,
कोरबा। जिले में डीएमएफ (डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन) फंड घोटाले की जांच के तहत चार वरिष्ठ अधिकारियों की गिरफ्तारी ने प्रदेश में प्रशासनिक हलचल मचा दी है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (ईओडब्लू) द्वारा दर्ज अपराध के तहत की जा रही विवेचना में इन अधिकारियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य पाए गए हैं।ईओडब्लू ने 9 मई को इन सभी आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार किया और उन्हें माननीय न्यायालय में प्रस्तुत कर 13 मई तक की पुलिस रिमांड ली गई है। विकास कार्यों के नाम पर जिला खनिज न्यास मद से करोड़ों रुपए की राशि निकालने और इसकी बंदरबांट के आरोप में अपराध अन्वेषण विभाग रायपुर की टीम ने डीएमएफ कोरबा के तत्कालीन नोडल अधिकारी भरोसा राम ठाकुर, जनपद पंचायत कोरबा के मुय कार्यपालन अधिकारी भुनेश्वर सिंह राज, पोड़ी उपरोड़ा के पूर्व कार्यपालन अधिकारी राधेश्याम मिर्धा, पोड़ी उपरोड़ा और पाली में पदस्थ रहे तत्कालीन कार्यपालन अधिकारी विरेंद्र कुमार राठौर को गिरफ्तार कर लिया है। चारों आरोपियों को रायपुर की विशेष कोर्ट में अपराध अन्वेषण विभाग के टीम ने पेश किया। यहां से पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर लिया गया है। इस कार्यवाही की पुष्टि अपराध अन्वेषण विभाग रायपुर के अधिकारियों ने की है और बताया है कि चारों आरोपियों को पूछताछ के लिए 13 मई तक पुलिस रिमांड पर लिया गया है। सभी से अलग-अलग पूछताछ की जाएगी। जरूरत पड़ेगी तो आमने-सामने बैठाकर सवाल-जवाब किए जाएंगे।
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रडार पर कई अधिकारी और ठेकेदार
अपराध अन्वेषण विभाग रायपुर के अधिकारियों की मानें तो कोरबा डीएमएफ घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है और सबूत मिल रहे हैं, उसी आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी की जा रही है। भरोसा राम, विरेंद्र राठौर, राधेश्याम और भुनेश्वर राज से पूछताछ के बाद इस गड़बड़ी में शामिल कई अन्य लोगों के नाम सामने आएंगे और इसके आधार पर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। इसमें ठेकेदार भी शामिल हैं। ऐसे कई अधिकारी और ठेकेदार रडार में हैं। जिनमें हडक़ंप मचा हुआ है।
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ये अफसर हुए गिरफ्तार
0 भरोसा राम ठाकुर – तत्कालीन नोडल अधिकारी, डीएमएफ, जिला कोरबा
0 भूनेश्वर सिंह राज -तत्कालीन जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला कोरबा
0 राधेश्याम मिर्झा – तत्कालीन जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला कोरबा
0 वीरेंद्र कुमार राठौर -तत्कालीन जनपद मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला कोरबा
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ननकीराम ने की थी शिकायत
भ्रष्टाचार जब अपने चरम पर था,तभी वरिष्ठ भाजपा नेता व तत्कालीन रामपुर विधायक ननकी राम कंवर ने घोटाले की ताबूत में अपनी कील ठोंक दी थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे अपने पत्र में उन्होंने स्पष्ट किया था कि किस तरह से गड़बडिय़ां की जा रही हैं।ननकीराम कंवर ने प्रधानमंत्री को अप्रैल 2023 में पत्र लिखकर अवगत कराया था कि कोरबा जिले में जिला खनिज न्यास मद की राशि में अरबो रुपये का घोटाला प्रत्येक वर्ष हो रहा है। जिससे शासन के मंत्री भी फल-फूल रहे हैं। वर्ष 2022-23 में शासी परिषद की बैठक में जो कार्य अनुमोदित हुए थे, उनकी स्वीकृति न देकर व्यक्तिगत स्वार्थ से मन चाहे कार्य को स्वीकृत किया गया और उस कार्य का अनुमोदन भी नहीं लिया गया है। इस तरह से जिला खनिज संस्थान न्यास की राशि विकास कार्य में खर्च करने के लिए केंद्र सरकार ने जो नियम बनाया है उसका पूर्ण रूप से अवहेलना करते हुए कलेक्टर कोरबा द्वारा अपने नियम बनाकर केवल कागजों में कार्य स्वीकृत किये गए हैं। धरातल में कोई प्रशिक्षण किसी को मिला ही नहीं, सामाग्री सप्लाई हुआ ही नहीं, कई निर्माण कार्य हुआ ही नहीं फिर भी अरबों रूपये गबन कर भष्टाचार कलेक्टर सह अध्यक्ष जिला खनिज संस्थान न्यास संजीव झा, मुख्य कार्यपालन अधिकारी सह सचिव जिला खनिज संस्थान न्यास नूतन कंवर और तत्कालीन परियोजना समन्वयक भरोसा राम ठाकुर के द्वारा मिलीभगत कर किया गया है। डी.एम.एफ फंड केवल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है।