आधी-अधूरी तैयारी के बीच खुले स्कूलों के पट, स्कूलों में पहले…- भारत संपर्क
आधी-अधूरी तैयारी के बीच खुले स्कूलों के पट, स्कूलों में पहले दिन कम रही बच्चों की उपस्थिति
कोरबा। अधूरी तैयारियों के बीच ही सोमवार से स्कूलों के पट खुल गए हैं। बिना किताबें, यूनिफार्म के ही शाला प्रवेशोत्सव मनाया। कई जर्जर भवनों की मरमत भी नहीं हो पाई है। सोमवार 16 जून से नए शिक्षण सत्र की शुरूआत हो गई है। डेढ़ माह से बंद स्कूलों के फिर से चहल-पहल बढ़ गई है। हालांकि पहले दिन स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम रही। नए शिक्षण सत्र को लेकर शिक्षा विभाग की इस बार आधी-अधूरी तैयारी दिख रही है। अधिकांश स्कूलों में किताबें ही नहीं पहुंच पाई है और न ही यूनिफार्म पहुंची है। ऐसे में शाला प्रवेशोत्सव किस तरह बनाएंगे, इसको लेकर शिक्षक भी परेशान हैं। दूसरी परेशानी इस बार किताबों में बारकोड स्कैनिंग को लेकर उत्पन्न हो गई है। समग्र शिक्षा विभाग का स्पष्ट आदेश है कि किताबों को स्कैनिंग करने के बाद ही वितरण करना है, लेकिन जो मोबाइल एप स्कैनिंग के लिए मिला है, उसमें सर्वर की दिक्कतों से शिक्षकों का सिरदर्द बढ़ जाएगा। एक किताब को ही स्कैनिंग करने में पसीना छूट जाएगा। ऐसे में जिन शालाओं में किताबें पहुंच भी गई है, वहां भी वितरण को लेकर संशय की स्थिति है कि बच्चों को किताबें मिलेगी भी या नहीं। इधर युक्तियुक्तकरण के बाद वैसे भी शिक्षा विभाग में व्यवस्था बेपटरी हो चुकी है जो फिलहाल सुधरती नजर नहीं आ रही है। ऐसे में नए शिक्षण सत्र की शुरूआत ठीक से होना मुश्किल नजर आ रहा है।
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सुबह 7 से 11 बजे तक लगेंगे स्कूल
भीषण गर्मी को देखते को स्कूल के समय में बदलाव किया गया है। अवर सचिव ने आदेश जारी किया है कि शिक्षा सत्र 2025-26 हेतु शासकीय, अनुदान प्राप्त, गैर अनुदान प्राप्त, अशासकीय शालायें दिनांक 16 जून से प्रारंभ हो चुकी है। वर्तमान में प्रदेश में पड़ रही गर्मी के कारण छात्रों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव की आशंका को दृष्टिगत रखते हुये राज्य शासन द्वारा शासकीय, अनुदान प्राप्त, गैर अनुदान प्राप्त, अशासकीय शालाओं की कक्षाएं 17 से 21 जून, तक सुबह 7.00 बजे से 11.00 बजे तक संचालित करने का निर्णय लिया गया है। 23 जून से कक्षाएं सामान्य दिनों की तरह ही संचालित होंगी।