मां दुर्गा स्वरूप में सोलापुरी माता की पूजा अर्चना के लिए…- भारत संपर्क




श्री सोलापुरी माता पूजा समिति द्वारा बारह खोली चौक, स्टेशन रोड में आयोजित सोलापुरी माता पूजा उत्सव के छठवें दिन मां दुर्गा के रूप में माता की पूजा अर्चना की गई है।
मां दुर्गा सनातन में शक्ति , साहस और विजय की प्रतीक है, जिसे दैवीय ऊर्जा का प्रमुख स्रोत माना जाता है। देवी ने असुरों का संहार कर धर्म की स्थापना की। मां दुर्गा को नौ रूपों में पूजा जाता है। देवी दुर्गा के इसी महिषासुर मर्दिनी स्वरूप में स्थापना कर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ उनकी पूजा अर्चना की गई। प्रतिदिन की भांति गीली हल्दी से उनकी प्रतिमा निर्मित की गई। पुजारी पार्थ सारथी ने सहयोगी पुरोहितो और बाल पुजारियो के साथ देवी की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उन्हें खीर का प्रसाद अर्पित किया गया, जिसे नीरज ललपुरे द्वारा भेंट किया गया। इस अवसर पर देवी को अन्य विविध प्रकार के व्यंजन भी अर्पित किए जा रहे हैं , जिसमें चीला, इडली बड़ा , चंद्रकांतलू, बुरलू आदि सम्मिलित है।
पूजा और आरती के पश्चात सफेद गणवेश में सम्मिलित महिला और पुरुष वालंटियर एक-एक श्रद्धालु तक आरती पहुंचाते हैं। वहीं सभी की बैठक व्यवस्था से लेकर उन्हें पेयजल प्रदान करना, उनकी सुरक्षा आदि की भी व्यवस्था इन्हीं वॉलिंटियर्स द्वारा की जा रही है।



आयोजन समिति के अध्यक्ष वी रामाराव ने बताया कि खड़कपुर और दक्षिण भारत में मां सोलापुरी की पूजा अर्चना ग्रीष्मकल में होने वाली बीमारियों और गर्मी के प्रकोप से बचाव के लिए की जाती है। बिलासपुर में भी जिस दिन से देवी की स्थापना की गई तब से यहां का मौसम भी खुशनुमा हो गया है और हवा में शीतलता घुल गई है। उन्होंने बताया कि यह आयोजन का रजत जयंती वर्ष है, इसलिए आयोजन को भव्य स्वरूप प्रदान किया गया है। बिलासपुर ही नहीं आसपास के नगर और प्रदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस पूजा उत्सव में सम्मिलित होने पहुंचे हैं, जो देवी की पूजा अर्चना के पश्चात प्रसाद लेकर ही घर लौटते हैं।


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