तेज धूप और बारिश की वजह से बढ़ी उमस भरी गर्मी, अस्पतालों में…- भारत संपर्क
तेज धूप और बारिश की वजह से बढ़ी उमस भरी गर्मी, अस्पतालों में बढ़ी भीड़, लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है असर, लोगों की बढ़ी परेशानी
कोरबा। मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। तेज धूप और बारिश की वजह से उसम भरी गर्मी लोगों को परेशान कर रही है। इसका असर लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। रविवार को तापमान में दो डिग्री इजाफा के साथ अधिकतम तापमान 40.9 डिग्री दर्ज किया गया। पिछले कुछ दिनों से सुबह से तेज धूप निकाल रही है। सुबह की चिलचिलाती धूप में लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। दोपहर में पावर हाउस, टीपी नगर, कोसाबाड़ी सहित अन्य मुख्य मार्गो पर कुछ समय के लिए सन्नाटा पसरा रहताहै। सामान्य दिनों में इन मार्गों में चहल-पहल रहती है। दोपहर बाद मौसम में बदलाव की वजह से तापमान उतार-चढ़ाव बना हुआ है। शाम लगभग छह बजे के बाद मौसम करवट बदल रही है। तेज आंधी के साथ कुछ देर के बाद गरज-चमक के साथ रिमझिम बारिश पड़ रही है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली। मौसम विभाग ने सुबह तेज धूप की वजह से अधिकम तापमान में इजाफा के साथ 40.9 डिग्री दर्ज किया। वहीं शाम को मौसम में बदलाव के बीच न्यनूतम तापमान में गिरावट के साथ 26.8 डिग्री दर्ज किया गया। इस वजह से उमस भरी गर्मी भी बढ़ गई है।आंधी आने के साथ ही शहर से लेकर ग्रामीण इलाके बिजली आपूर्ति ठप हो रही है। हालांकि बारिश थमने के बाद शहरी क्षेत्र में लगभग एक घंटे बिजली बाद बिजली बहाल हो जा रही। कई इलाके में काफी देर तक बिजली बहाल नहीं हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में व्यवस्था चरमराई हुई है।इस बार नौतपा की शुरूआत 25 मई से शुरू हो रही है। बताया जा रहा है कि यह नौ दिन सबसे अधिक तपेंगे। इस अवधि में सूर्य पृथ्वी के सबसे नजदीक होता है और सूर्य की किरणें सीधे धरती पर पड़ती है। इस कारण सूर्य के तेज सबसे अधिक होता है। हालांकि इस बार मौसम विभाग ने इस बार नौतपा के दौरान बारिश का पूर्वानुमान लगाया है।
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गर्मी से बढ़ी बिजली की खपत
गर्मी बढऩे के साथ ही बिजली की खपत फिर बढ़ रही है। सोमवार दोपहर प्रदेश में बिजली की खपत पांच हजार मेगावाट को पार कर गई थी। शाम को मौसम ने करवट ली। झमाझम बारिश के कारण मौसम सुहाना हुआ तब बिजली की मांग घट गई। रात लगभग आठ बजे प्रदेश में बिजली की मांग 4800 मेगावाट के आसपास बनी हुई थी। इसकी पूर्ति के लिए छत्तीसगढ़ बिजली उत्पादन की सभी इकाईयां फुल लोड पर चल रही थी।