कार्तिक मास का हुआ श्री गणेश, करवा चौथ से देव दिवाली तक…- भारत संपर्क
कार्तिक मास का हुआ श्री गणेश, करवा चौथ से देव दिवाली तक व्रत-त्योहार की भरमार
कोरबा। हिंदू पंचांग का आठवां माह कार्तिक 18 अक्टूबर से शुरू हो गया है। कार्तिक मास का आरंभ 17 अक्टूबर शाम में 4 बजकर 56 मिनट पर कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा तिथि लग जाने से आरंभ हो गया है। जबकि उदया तिथि के अनुसार, 18 अक्टूबर से कार्तिक मास का आरंभ माना जाएगा। कार्तिक मास का समापन कार्तिक पूर्णिमा के साथ 15 नवंबर को होगा।कार्तिक महीना में करवा चौथ, दीपावली और छठ पूजा से लेकर देवउठनी एकादशी जैसे तीज- त्यौहार आएंगे। कार्तिक महीना भगवान विष्णु का प्रिय मास है। सनातन धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्व बताया गया है। इसको दामोदर मास भी कहा जाता है। इस महीने में भगवान विष्णु चार महीने की योग निद्रा के बाद एकादशी तिथि को जागते हैं। पूरे कार्तिक मास में स्नान, दान और भगवत पूजन किया जाता है उसे जगत के पालनहार भगवान विष्णु ने अक्षय फल देने वाला बतलाया है। पूरे महीने मंदिरों में प्रात: 5.30 बजे भगवान की काकड़ आरती होगी। पूरे माह श्रद्धालु भगवान लक्ष्मीनारायण की आराधना करेंगे। इसके साथ थ ही पूरे महीने तीज त्योहारों की धूम रहेगी। सुख, समृद्धि, वैभव और ऐश्वर्य का पर्व दिवाली भी इसी महीने में मनाया जाएगा। अश्विन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के साथ ही अश्विन माह का समापन हो गया। कार्तिक माह की शुरूआत हो गई है। चातुर्मास का यह आखिरी माह माना जाता है। कार्तिक माह का समापन 15 नवम्बर को होगा। भगवान विष्णु की पूजा और भोग तुलसी के बिना पूरी नहीं मानी जाती है। कहते हैं कि प्रभु नारायण को तुलसी अति प्रिय है। ऋतु परिवर्तन के माह कार्तिक माह के दौरान करवाचौथ, दीपोत्सव, गोपाष्टमी, देवउठनी एकादशी, देव दिवाली सहित अनेक त्योहार मनाए जाएंगे। माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के साथ ही शरद ऋतु की शुरूआत हो जाती है और धीरे- धीरे सर्दी की शुरूआत होती है। इसलिए यह ऋतु परिवर्तन का माह भी है। इस माह के प्रमुख व्रत, त्योहार
20 अक्टूबर करवा चौथ, 21 को रोहिणी व्रत, 28 रमा एकादशी, 29 धनतेरस, भौम प्रदोष व्रत, धन्वंतरि जयंती, 30 को नरक चतुदर्शी, 31 दीपावली, 2 नवंबर गोवर्धन पूजा, अन्नकूट, 3 भाई दूज, 7 छठ पूजा, 9 गोपाष्टमी, 12 देवउठनी एकादशी या देवउत्थान एकादशी, 14 वैकुंठ चतुर्दशी, 15 नवंबर कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली, गुरु नानक जयंती।