10 सूत्रीय मांगों के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे…- भारत संपर्क

आकाश मिश्रा

मुंगेली- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारी नियमितीकरण, ग्रेड पे सहित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए है। कर्मचारियों ने धरना स्थल आगर क्लब परिसर से कार एवं बाईक रैली निकालकर पुराना बस स्टैंड, दाऊपारा चौक होते हुए कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपने हेतु अनुमति के लिये तीन दिवस पूर्व SDM कार्यालय में आवेदन दिया गया था, किन्तु प्रशासन ने रैली निकालने की अनुमति नहीं दी! जिससे कर्मचारियों में नाराजगी बनी रही! राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी/कर्मचारीयों को आगर क्लब से रैली निकाली जिसे आगे नहीं जाने दिया गया। परिसर में ही संविदा कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया गया!

कर्मचारियों ने बताया कि 10 सूत्रीय मांगो मे संविलियन एवं स्थायीकरण, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना, ग्रेड पे निर्धारण, लंबित 27% वेतन वृद्धि, कार्य मूल्यांकन सीआर में पारदर्शिता, नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण, अनुकम्पा नियुक्ति, मेडिकल व अवकाश सुविधा, स्थानांतरण नीति एवं 10 लाख तक कैशलेस स्वास्थ्य बीमा प्रमुख है! संविदा कर्मचारियों ने बताया कि पिछले 20 महीनों मे मुख्यमंत्री और मंत्रियों को 160 से अधिक बार आवेदन और ज्ञापन सौंपे है, लेकिन किसी प्रकार को ठोस सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने जनता से हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए सरकार की वादा खिलाफी और मोदी की गारंटी पूरी नहीं होने को इस आंदोलन का मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा कि 27 प्रतिशत वेतन वृद्धि, मेडिकल अवकाश और ग्रेड पे पर स्वीकृति के बावजूद आदेश जारी नहीं किए गए। आंदोलन में लगभग 350 एनएम कर्मचारी एवं अधिकारी उपस्थित रहे! एनएचएम कर्मचारी संघ के अमित दुबे, पवन निर्मलकर ने बताया कि छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के 16 हजार से ज्यादा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी बीते 18 अगस्त से अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। सरकार की अनदेखी से नाराज कर्मचारियों ने अब ‘मोदी की गारंटी खोज अभियान’ शुरू करने का ऐलान किया है। इसके तहत कल 29 अगस्त को सभी कर्मचारी राजधानी रायपुर के तूता धरना स्थल पर जुटेंगे और वहां से प्रदेशभर में इस अभियान को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान भाजपा ने ‘मोदी की गारंटी’ का नारा देकर घोषणा पत्र जारी किया था। उसमें एनएचएम कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने का वादा किया गया था। लेकिन सत्ता में आने के बाद सरकार ने अब तक 160 से ज्यादा ज्ञापन दिए जाने के बावजूद कोई ठोस पहल नहीं की। मजबूर होकर कर्मचारियों को आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा। एनएचएम के कर्मचारियों ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक आंदोलन जारी रहेगी! ज्ञापन सौंपने वालो मे अमिताभ तिवारी, मनीष गुप्त, निमिष मिश्रा, दीनदयाल बंजारे, प्रवीण चतुर्वेदी,विनोद, प्रकाश, भावना,अमित ठाकुर, देवी प्रसाद साहू, जितेन्द्र गौचंद, डॉ अखिलेश बंजारे, डॉ मीनाक्षी बंजारे, डॉ ज्योति पाण्डेय, डॉ रुपेश जायसवाल,नम्रता बंजारे,शैलेश पिटर,सरीता कांत,रुबीन दास, गोविन्द साहू, राजकुमार साहू, सचिन महोबिया, सुषमा पाण्डेकर,गेन्दलाल सोनवानी, जयश्री, उपासना लाल, सुनीता, ज्योति साहू, हेमसा, मंजू, चंद्र सेन, राजेन्द्र, संतोषी, रुखमनी, लक्ष्मी, शकुंतला, पुष्पांजलि,कमलेश्वरी,ज्योति, सरोज, ललिता, उत्तम धुरी, भूपाल सिंह, इन्द्राणी साहू, खुसबु साहू, प्रीति बघेल, वेदमती, कमलेश, प्रणय, संतोष, रामसुन्दर, संयोगिता,महेश्वरी, योगेश
आदि शामिल रहे।