इजराइल के अटैक में फिलिस्तीन के नंबर-1 फुटबॉलर की मौत, गाजा में मदद मांगने … – भारत संपर्क

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इजराइल के अटैक में फिलिस्तीन के नंबर-1 फुटबॉलर की मौत, गाजा में मदद मांगने … – भारत संपर्क

गोली लगने से फिलिस्तीन के फुटबॉल खिलाड़ी की मौत. (Photo-Screenshot/X)
फिलिस्तीन में इजराइल का हमला लगातार जारी है. इसी हमले में फिलिस्तीन के नंबर-एक खिलाड़ी की मौत हो गई. हमला उस समय हुआ जब ये फुटबॉल खिलाड़ी गाजा में मदद मांगने के लिए गया था. फिलिस्तीनी फुटबॉल एसोसिएशन (PFA) ने इसकी पुष्टि की है. 100 से अधिक गोल कर चुके इस खिलाड़ी की मौत पर फुटबॉल जगत में शोक का माहौल है. PFA के अनुसार अक्टूबर 2023 में युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 662 खिलाड़ियों की इजराइल हमले में मौत हो चुकी है, लेकिन सुलेमान अल-ओबेद की मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया है.
कैसे गई सुलेमान अल-ओबेद की जान?
41 साल के सुलेमान अल-ओबेद फिलिस्तीनी नेशनल फुटबॉल टीम के नंबर-एक खिलाड़ी थे. बुधवार, 6 अगस्त को वो दक्षिणी गाजा में मदद के इंतजार में कतार में खड़े थे. इस दौरा इजराइली गोलीबारी में उनकी मौत हो गई. ओबेद को सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माना जाता है और इसी के नाम पर उन्हें ‘फिलिस्तीनी फुटबॉल का पेले’ उपनाम दिया गया था. उन्होंने अपने करियर के दौरान 100 से अधिक गोल किए थे.

PFA ने क्या कहा?
PFA ने एक बयान में बताया कि फिलिस्तीनी नेशनल के पूर्व खिलाड़ी और खादमत अल-शती टीम के स्टार सुलेमान अल-ओबेद की 6 अगस्त को गोली लगने से मौत हो गई. अपने लंबे करियर के दौरान अल ओबेद ने 100 से ज्यादा गोल किए, जिससे वह फिलिस्तीनी फ़ुटबॉल के सबसे चमकते सितारों में से एक बन गए थे. उनकी मौत के साथ इजराइल युद्ध शुरू होने के बाद से इस गाजा पट्टी में मारे गए एथलीटों और उनके परिवार के सदस्यों की संख्या बढ़कर 662 हो गई है. गाजा में फुटबॉल से जुड़े मौतों की संख्या अब 321 हो गई है. इनमें खिलाड़ी, कोच, रेफरी और क्लब बोर्ड के सदस्य शामिल हैं.

The former Palestine national team player, Suleiman Al-Obaid, was killed in an Israeli strike targeting civilians waiting for humanitarian aid in the southern Gaza Strip. pic.twitter.com/3qrIMksO2H
— Palestine Football Association (@Palestine_fa) August 6, 2025

सुलेमान अल-ओबेद ने खेले थे 24 इंटरनेशनल मैच
सुलेमान अल-ओबेद ने 24 इंटरनेशनल मैच खेल थे, जिसमें उन्होंने दो गोल किए थे. इनमें से सबसे प्रसिद्ध गोल 2010 पश्चिम एशियाई फुटबॉल महासंघ चैंपियनशिप के दौरान यमन के खिलाफ कैंची किक से किया गया गोल था. दूसरा गोल उन्होंने साल 2011 में इंडोनेशिया के खिलाफ किया था.
उन्होंने 2007 पश्चिम एशियाई चैंपियनशिप के दौरान इराक के खिलाफ नेशनल टीम में डेब्यू किया और एशियाई कप, पैन अरब गेम्स और फीफा वर्ल्ड कप क्वालिफायर सहित प्रमुख टूर्नामेंटों में फिलिस्तीन का प्रतिनिधित्व किया. नेशनल टीम के लिए उन्होंने आखिरी मैच साल 2013 में कतर के खिलाफ खेला था. इसके अलावा उन्होंने खिदमत अल शातिया, शबाब अल अमारी और गाजा स्पोर्ट जैसे क्लबों के लिए खेले थे. 2016 और 2018 के बीच, उन्होंने लगातार तीन सीजन में गाजा स्ट्रिप प्रीमियर लीग में गोल्डन बूट जीता और अपने करियर में 100 से ज्यादा गोल किए.

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