अमेरिका और चीन की लड़ाई में भारत मारेगा बाजी, स्मार्टफोन एक्सपोर्ट से बनाएगा… – भारत संपर्क


ट्रंप टैरिफ
अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर छिड़ गया है. अमेरिका ने जहां चीन पर 145 प्रतिशत का टैरिफ लगाया. वहीं, चीन ने भी अमेरिका पर 125 प्रतिशत का जवाबी टैरिफ लगा दिया. इस टैरिफ वॉर के बीच ट्रंप प्रशासन ने स्मार्टफोन और इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर से रेसिप्रोकल टैरिफ हटा दी है. इस पर आईसीईए ने रविवार को कहा कि अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा दी गई छूट के बाद भारत से अमेरिका को आईफोन, स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप का निर्यात चीन से भेजे जाने वाले सामानों की तुलना में 20 प्रतिशत सस्ता हो जाएगा.
अमेरिका ने शनिवार को टैरिफ पर बड़ा फैसला लेते हुए. स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप और कुछ अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को नए करों से छूट दी थी. आईसीईए के चेयरमैन ने कहा कि चीन पर अभी भी आईफोन, लैपटॉप, टैबलेट और घड़ियों के लिए 20 प्रतिशत कर है. चीन के लिए केवल जवाबी शुल्क हटाया गया है. भारत से अमेरिका को निर्यात किए जाने वाले सभी आईफोन, स्मार्टफोन, लैपटॉप और टैबलेट पर शून्य शुल्क है. वियतनाम के लिए भी शून्य शुल्क है. इसलिए अमेरिका के इस फैसले का सीधा फायदा भारत और वियतनाम को होगा.
आईफोन का करोड़ों में होता है एक्सपोर्ट
इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन स्मार्टफोन कंपनियां जैसे एपल, फॉक्सकॉन, डिक्सन शामिल हैं. भारत में एपल आईफोन बनने से बहुत बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिला है. भारत को चीन के मुकाबले टैरिफ में छूट मिलने से भारत के एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी होगी, जिससे देश को फायदा होगा. अभी भी इंडिया अमेरिका को बड़े पैमाने पर स्मार्टफोन खासतौर पर आईफोन देता है.
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आईसीईए के अनुसार, भारत से मोबाइल फोन निर्यात 2024-25 में दो लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर को पार कर गया है, जो 2023-24 में दर्ज 1.29 लाख करोड़ रुपये की तुलना में 55 प्रतिशत अधिक है. स्मार्टफोन खंड में अकेले आईफोन का निर्यात 1.5 लाख करोड़ रुपये का है.