कनाडा में अच्छे नहीं चल रहे भारतीयों के दिन! पीआर आवेदकों की संख्या घटी | canada… – भारत संपर्क


जस्टिन ट्रूडो. (फाइल फोटो)
भारत और कनाडा के रिश्तों में कुछ वक्त से तल्खियां देखने को मिली हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक 2023 में कनाडा की परमानेंट रेजीडेंसी के लिए भारतीयों के आवेदनों की संख्या 62 फीसदी घटी है. भारत से बड़ी तादाद में युवा कनाडा काम करने और पढ़ाई करने जाते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि परमानेंट रेजीडेंसी की एप्लिकेशन में आई गिरावट की वजह दोनों देशों के बीच बिगड़े रिश्ते हैं. इसके अलावा 2022 में कनाडा सरकार ने घोषणा की थी कि वे अपनी परमानेंट रेजीडेंसी आगे नहीं बढ़ा रही है. कनाडा की तरफ से जारी बयान में कहा गया था कि वे 2024 में 485000 और 2025 में 50 लाख स्थायी निवासियों के लक्ष्य को बनाए रखेगा.
तेजी से घटी भारतीय आवेदनों के संख्या
IRCC (Immigration, Refugees and Citizenship Canada) के डेटा के मुताबिक दिसंबर 2023 में परमानेंट रेजीडेंसी 6,329 एप्लिकेशन आई जबकी ये संख्या 2022 में 16,796 थी. इस गिरावट के पीछे कई और वजह हो सकती हैं, जैसे कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने 18 सितंबर 2023 को हाउस ऑफ कॉमन्स में कहा था कि खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स का हाथ है. उनके इस आरोप से दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध भी प्रभावित हुए थे.
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कनाडा में कितने भारतीय?
फाइंड ईजी (Find Easy) के 2021 के डेटा के मुताबिक कनाडा में भारतीयों की तादाद करीब 18 लाख है. ये तादाद कनाडा की कुल आबादी का 5.2% है. विदेश मंत्रालय (MEA) के एक डेटा में बताया गया था 2018 से जून 2023 तक 1.6 लाख भारतीयों ने कनाडा की सिटिजनशिप ली है. छात्रों की बात करें तो रॉयटर्स न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कनाडा के प्रवासी मंत्री ने कहा था कि हाल ही में इंडियन स्टूडेंट्स की संख्या में तेजी से गिरावट आई है.