स्वदेशी-स्वालंबी कार्यशाला:युवाओं ने सीखा उद्यमिता और नवाचार…- भारत संपर्क

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स्वदेशी-स्वालंबी कार्यशाला:युवाओं ने सीखा उद्यमिता और नवाचार…- भारत संपर्क






स्वदेशी जागरण मंच और स्वालंबी भारत अभियान के द्वारा आयोजित दो दिवसीय प्रांत स्तरीय कार्यशाला और विचार वर्ग में प्रदेश भर के तीन सौ बीस युवा प्रतिभागियों को स्वदेशी, स्वालंबन और उद्यमिता के क्षेत्र में कार्य करने के लिए मोटिवेट किया गया उन्हें आत्मनिर्भरता व स्व रोज़गार के अवसर उत्पन करने के विधाओं का विभिन्न सत्रों के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराई गई
कार्यशाला में दूसरे दिन विषय विशेषज्ञों द्वारा नवाचार, उद्यमिता, सोशल मीडिया के प्रयोग, संगठन के कार्य और संरचना,स्टार्टअप के अवसर व देश में स्वालंबन के क्षेत्र में उत्कृष्ठ कार्य कर विभिन्न संस्थानों की जानकारी दी गई प्रथम सत्र में तन्मय बख़्शी ने प्रतिभागियों को हैश टैग की थ्योरी बताते हुए सोशल मीडिया का उपयोग उद्यमिता के निमित्त कैसे किया जाए जरूरी टिप्स दिए हैं उन्होंने बताया कि अपने व्यवसाय को गति देने सोशल मीडिया का उपयोग किस तरह से कर सकते हैं फेसबुक फेसबुक,इंस्टाग्राम,व्हाट्सएप सोशल टॉपिक आपके स्टार्टअप को किस प्रकार से गति दे सकते हैं मेटा कंपनी का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे बिना किसी शुल्क लिए मेटा कंपनी अरबों डॉलर कमा रही है ऐसी कम्पनियां एक उद्धरण का काम करती है
दूसरे सत्र में क्षत्रिय संगठक केशव दुबौलिया ने संगठन के उद्देश्य,संरचना और आवश्यकता पर प्रकाश डाला उन्होंने संगठन में दायित्व और जिम्मेदारी के वर्गीकरण करने के तरीके बताए साथ ही स्वर्णिम भारत फाउंडेशन की स्थापना से लेकर उद्देश्य और उनके प्रमुख आयामों को बताया
क्षेत्रीय संयोजक स्वदेशी जागरण मंच के सुधीर दाते ने
स्वदेशी जागरण मंच की स्थापना के प्रमुख उद्देश्य और उनमें निहित दायित्व के प्रकार की विस्तृत जानकारी दी
एमएलबी के व्याख्या धनंजय पाण्डे ने प्रतिभागियों को नवाचार की शुरूआत कैसे की जाए और उसे सफलता पूर्वक संचालित करने के विषय पर युवाओं का मार्गदर्शन किया तृतीय सत्र में प्राध्यापक विकास सिंह ने
जनजाति क्षेत्रों में नवाचार प्रारंभ करने के संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वनवासी क्षेत्रों में पाए जाने वाले औषधीय गुणों वाले वनस्पतियों और मिलेट्स जैसे दुर्लभ अनाज उद्यमिता के दृष्टि से प्रासंगिक हो सकते हैं
उन्होंने बताया देश के भीतर सर्वाधिक जनसंख्या वाले 18 से 35 वर्ष तक के युवा हैं जो आगे 30 साल तक रहेंगे और जिन्हें लक्ष्य कर  सरकार ने विजन 2047 विकसित भारत अभियान की परिकल्पना की है जिसे सिंदूर एंटर प्रेन्योरशिप का नाम दिया है उन्होंने हर्बल,औषधीय, रेडी टू ईट और दैनिक उपयोग में आने वाली वस्तुओं को लक्ष्य बना कर कार्य करने की संभावनाओं पर चर्चा की चतुर्थ सत्र में संभागवार बैठक लेकर स्वदेशी कैलेंडर की जानकारी दी गई जो स्वामी विवेकानंद जी की जयंती 12 जनवरी से प्रारंभ होती है इसे आधार मान कर वर्ष भर के कार्य योजनाओं का रूपरेखा तैयार किया गया और युवाओं के बीच दायित्वों का वर्गीकरण किया गया

स्वदेशी अपनाने से पूरी होगी विकसित भारत की संकल्पना-अमर अग्रवाल

कार्यशाला एवं विचार वर्ग में अंतिम सत्र को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच और स्वालंबी भारत अभियान एक व्यापक लक्ष्य बना कर कार्य कर रही हैं अभ्यास वर्ग के माध्यम से युवाओं को स्वालंबन और आत्मनिर्भरता के दिशा में प्रेरित कर उभरते हुए भारत की नींव रखने का काम कर रही है स्वदेशी जागरण और उद्यमिता को लक्ष्य कर देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी जय जवान जय किसान का नारा दिया
इस परंपरा को अटल बिहारी वाजपेई जी ने परमाणु विस्फोट कर एक कदम आगे ले गए और वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकल फॉर वोकल का नारा देकर स्वदेशी उत्पादों को पुनर्स्थापित करने के अभियान को सूत्रपात कर दिया है किसी मजबूत देश की अर्थव्यवस्था में निर्यात का अनुपात आयात के अपेक्षाकृत अधिक होता है दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाली वस्तुओं पर हमारी विदेशी निर्माता समाप्त होने की दशा में ही विकसित भारत की संकल्पना को पूरा किया जा सकता है देश के युवा सरकारी या निजी नौकरियों के आश्रय लेने के बजाय जब अपना व्यापार शुरू करेंगे और जब उनके द्वारा ही रोजगार के नये नए अवसर उत्पन्न होंगे तब हमें विश्व की बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से कोई रोक नहीं सकता

कार्यशाला और विचार वर्ग युवाओं को उद्यमिता की दे रहे प्रेरणा-सुशांत शुक्ला

बेलतरा विधायक सुशांत ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच और स्वालंबी भारत अभियान देश में युवाओं के सोए हुए स्वाभिमान को जगाने का काम कर रही है परतंत्रता काल की काली छायां आज भी जन मानस को जकड़े हुए हैं
आज नौकरियों को रोज़गार का रूप दे दिया गया है उद्यमिता को भूला दिया गया है लेकिन आज जिस तरह की कार्यशाला की संरचना की गई वह मिल का पत्थर साबित होगा ऐसे कार्यशाला और विचार वर्ग उद्यमिता को लेकर प्रेरणा देने वाले हैं कार्यशाला को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक अभयराम जी का भी मार्गदर्शन प्राप्त हुआ शीला शर्मा सुमन मुथा उचित सूद सुशांत त्रिपाठी
इस अवसर पर जगदीश पटेल डॉ ललित मखीजा डॉ सुशील श्रीवास्तव सुब्रत चाकी शंकर त्रिपाठी देवेन्द्र कौशिक भृगु अवस्थी अरुणा दीक्षित नीता श्रीवास्तव गोपाल शर्मा प्रवीण झा इला गुप्ता सुमन मुथा दिग्विजय भाखरी चन्दना गोस्वामी मीना गोस्वामी नारायण गिरी गोस्वामी गिरजाशंकर यादव धीरेन्द्र केशवानी श्यामजी भाई पटेल योगेश बंजारे धीरज बाजपई सन्नी केशरी राहुल यादव मीनाक्षी बॉम्बडे रवीन्द्र उपाध्याय दीप्ति बाजपई स्वागत सेन गुप्ता चानी एरी ज्योतिंद्र उपाध्याय रूपाली गुप्ता जूही वर्मा बबीता ताम्रकार आशा निर्मलकर रिंकू मिश्रा संजय गुप्ता सहित प्रतिभागी एवं स्वयं सेवक उपस्थित थे


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