महंगाई ने छीना दाल का जायका, लोगों की पहुंच से हुई दूर, 200…- भारत संपर्क
महंगाई ने छीना दाल का जायका, लोगों की पहुंच से हुई दूर, 200 रूपए प्रति किलो पहुंच चुकी है कीमत
कोरबा। महंगाई डायन खाए जात हे यह गीत आज एकदम फिट बैठ रही है। खाद्य पदार्थों की कीमत में बेतहाशा वृद्धि हो रही है। महंगाई की आग में हर घर की जरूरत दाल भी उबाल पर है। अच्छी क्वालिटी की अरहर दाल की कीमत 200 रूपए प्रति किलो पहुंच चुकी है। महंगाई के कारण आम आदमी की थाली से दाल गायब है। मंडी में दाल का व्यवसाय करने वालों का कहना है कि अभी तेजी आई नहीं है, यह तो शुरुआत है। दाल की कीमतें और बढ़ेंगी। उड़द और मसूर की जो लो क्वालिटी की दाल होती है, उसकी कीमत भी 130 रूपए प्रति किलो है, जबकि अरहर दाल की कीमत 170 से शुरू होकर 200 प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। अरहर दाल की कीमत 170 रूपए है और वह अरहर दाल लो क्वालिटी वाला है। अच्छी क्वालिटी के अरहर दाल की कीमत और ज्यादा है। कुछ इलाकों में तो उपभोक्ता तुअर दाल के लिए भी 180-200 रूपए प्रति किलो का भुगतान कर रहे हैं। साल 2023 में महत्वपूर्ण बुआई सीजन के दौरान देरी और कम बारिश की वजह से खरीफ सीजन में दालों का रकबा कम हुआ है। अब मौजूदा साल के मानसून से व्यापारी उम्मीद लगाए बैठे हैं। अच्छा उत्पादन हुआ, तो दाल की कीमतें कम हो सकती है। महंगाई पिछले सारे रिकॉर्ड तोडऩे पर आमादा है। सब्जी, अनाज से लेकर दालों की कीमते आसमान छू रही हैं। जो परिवार माह में में दो-तीन किलो दाल खरीदते थे वह आधा, एक किलो से ही अपना काम चला रहे हैं। मजदूर वर्ग के लोगों ने तो दाल से तौबा ही कर ली है। चिल्हर व्यवसायी बताते हैं कि कीमतें अभी और बढ़ेंगी, जबकि गृहिणियां कह रही हैं कि बच्चे बिना दाल के खाना ही नहीं खाते। किसी भी तरह के दाल की कीमत आज के समय में 130 रूपए प्रति किलो से कम नहीं है। अच्छी क्वालिटी की अरहर दाल की कीमतें बाजार में 200 किलो तक पहुंच चुकी है।