48 घंटे के भीतर ईरान कर सकता है इजराइल पर बड़ा हमला, CIA ने किया अलर्ट | america cia… – भारत संपर्क


बेंजामिन नेतन्याहू और अली होसेनी ख़ामेनेई
ईरान बदला लेने को तैयार है. अगले 48 घंटे के भीतर इजराइल पर ईरान भीषण हमला कर सकता है. अमेरिकी खुफिया एजेंसी CIA ने ईरान के इस प्लान के बारे में इजराइल को अब तक का सबसे बड़ा अलर्ट भेजा है. CIA के मुताबिक ईरान अपने हमले में सैकड़ों ड्रोन और दर्जनों क्रूजमिसाइल से हमला करेगा. ईरान से ये ड्रोन और मिसाइल उड़कर इजराइल के अहम ठिकानों को अपना निशाना बनायेंगे.
पिछले साल सात अक्टूबर को इजराइल पर हुए हमास के हमले के बाद इजराइल के सामने अबतक का सबसे बड़ा संकट आने वाला है, यह जानकारी अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी ने इजराइल को दी है. सोमवार को सीरिया में ईरानी कांसुलेट पर इजराइली हमले में अपने टॉप कमांडर रज़ा ज़हेड़ी के मारे जाने से ईरान बेहद गुस्से में है और इजराइल पर भीषण हमले की तैयारी कर रहा है.
इजराइल को ईरान दे रहा है लगातार धमकी
ईरानी कमांडर के मारे जाने के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खुमैनी, राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी, विदेश मंत्री और ईरानी सेना के उच्चाधिकारियों की तरफसे लगातार यह बयान दिया जा रहा है कि इजरायल के हमले का ऐसा जवाब दिया जाएगा कि इजराइल को अपने एक्शन पर पछतावा होगा. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खुमैनी के प्रमुख सलाहकार मेजर जनरल याह्या रहीम सफावी ने कहा है कि यहूदियों को हर हालत में दंड दिया जाएगा और यह तय है. ईरानी सेना के तरफ़ से बयान जारी कहा है कि जल्द ही इजराइल पर भीषण हमला होगा और रेसिटेंस फ़ोर्स अपने कर्तव्य का पालन करेगी.
इजराइल की ईरान को चेतावनी , हमला किया तो कीमत चुकानी होगी
ईरान की तरफसे की जा रही तैयारी को देखते हुए इजराइली रक्षा मंत्री ने भी ईरान को सीधी धमकी दी है. रक्षा मंत्री Yav Gallant ने कहा है कि हम रोजाना युद्ध लड़ रहे है, मध्य-पूर्व में उन सभी को हम बता दें कि जो भी हमारे खिलाफ कदम उठाएगा. उसे भारी कीमत चुकानी होगी. इजराइल फिलहाल हमास, हिजबुल्ला और हूती के साथ जंग लड़ रहा है. ये सभी संगठन ईरान द्वारा समर्थित हैं.
हमले से पहले मध्य-पूर्व में समर्थन जुटा रहा है ईरान
सीरिया में ईरानी कांसुलेट पर हमले को लेकर ईरान ने मध्य-पूर्व के कई देशों के साथ बात की है. ज्यादातर देशों ने इस हमले को लेकर इजराइल की निंदा की है. संयुक्त राष्ट्र में रूस के राजदूत ने कहा कि मध्य-पूर्व में तनाव बढ़ा तो अमेरिका और ब्रिटेन बाद में इसे लेकर मत रोयें. अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन ने सीरिया में इजराइली हमले की निंदा करने की मांग को खारिज कर दिया है.