चरम पर ईरान इजराइल वॉर, क्या बढ़ेगा पेट्रोल डीजल का बिल? |…- भारत संपर्क
चरम पर ईरान-इजराइल वॉर, क्या बढ़ेगा पेट्रोल-डीजल का बिल?
ईरान और इजराइल के बीच जंग छिड़ चुकी है. ईरान ने इजराइल पर ड्रोन हमले किए हैं. वहीं दूसरी ओर इजराइल और अमेरिका के बीच जवाबी कार्रवाई के लिए बातचीत जारी है. इजराइल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव की वजह से इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम में इजाफा हो सकता है. जानकारों की मानें तो कच्चे तेल के दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के पार जा सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो इसका सीधा असर भारतीयों की जेब पर पड़ सकता है. आइए जानते हैं कैसे…
कच्चे तेल के दाम में तेजी
इजराइल-ईरान युद्ध के दौर से मिडिल ईस्ट में तनाव देखने को मिल रहा है. सोमवार को कच्चे तेल के दाम में पिछले हफ्ते से। 28 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. सोमवार को इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड का भाव 90.17 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच चुका है. वहीं, अमेरिकी WTI क्रूड ऑयल 85.28 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर है. हालांकि, जानकारों का मानना है कि युद्ध के चलते कच्चे तेल के दाम आसमान छू सकते हैं.
6 महीने के हाई पर कच्चे तेल के दाम
अब ईरान-इजराइल के बीच युद्ध की संभावनाओं की वजह से कच्चे तेल के दाम 6 महीने के ऊपरी स्तर पर पहुंच चुका है. OPEC देशों ने हाल ही में बाजार की स्थिरता को बनाए रखने के लिए कच्चे तेल के उत्पदान में 22 लाख बैरल रोजाना की कटौती को जारी रखने का फैसला लिया है. एनालिस्टों का अनुमान है कि अगर यह युद्ध बड़ा रूप लेता है तो ब्रेंट क्रूड ऑयल का भाव 100 डॉलर प्रति बैरल के पार जा सकता है.
दरअसल, ईरान ओपेक का तीसरा सबसे बड़ा ऑयल प्रोड्यूसर है. अगर इजराइल भी ईरान पर हमले करता है. साथ ही अमेरिकी सरकार ईरान पर प्रतिबंधों की झड़ी लगाती है तो कच्चे तेल के दाम भी रॉकेट हो जाएंगे. जानकारों की मानें तो पहले ही कच्चे तेल की सप्लाई और प्रोडक्शन दोनों की समस्या थी.
अब मिडिल ईस्ट की टेंशन में ईरान का उतरना और भी ज्यादा क्राइसिस पैदा करेगा. अब दुनिया के उन तमाम देशों को महंगे कच्चे तेल के लिए तैयार रहना होगा जो अपनी जरुरत का 80 फीसदी से ज्यादा इंपोर्ट पर डिपेंड है.
10 फीसदी की आ सकती है तेजी
इंटरनेशनल मार्केट में मौजूदा समय में खाड़ी देशों का तेल 90 डॉलर प्रति बैरल के पार कारोबार कर रहा है. कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिल सकती है.कच्चे तेल की कीमत में 10 फीसदी से ज्यादा की तेजी देखने को मिल सकती है.
इसका मतलब है कि ब्रेंट क्रूड ऑयल यानी खाड़ी देशों के तेल की कीमत 100 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच सकती है. यानी ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत में 10 डॉलर प्रति बैरल का इजाफा देखने को मिल सकता है. दूसरी ओर अमेरिकी कच्चे तेल की कीमत में भी तेजी देखने को मिलेगी और दाम 95 डॉलर प्रति बरैल पहुंच सकते हैं.
क्या बढ़ेगा पेट्रोल-डीजल का बिल?
जानकारों का मानना है कि ईरान-इजराइल तनाव बढ़ने से ब्रेंट क्रूड का दाम 100 डॉलर प्रति बैरल के पार भी जा सकता है. इससे दुनियाभर में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इजाफे की आशंका बढ़ जाएगी. भारत भी इससे अछूता नहीं रह पाएगा. भारत में चुनावी मौसम में आम जनता को पेट्रोल-डीजल के दाम में मामूली गिरावट का फ़ायदा मिला था. लेकिन, ईरान-इजराइल का संकट बढ़ने से यह राहत गायब भी हो सकती है. फ़िलहाल दिल्ली में में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये प्रति लीटर है. वहीं, मुंबई में पेट्रोल की कीमत 104.21 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 92.15 रुपये प्रति लीटर है.
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