जिस देश को ईरान मानता है खतरा, इजराइल ने हमले के लिए लिया उसी का सहारा | Israel iran… – भारत संपर्क

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जिस देश को ईरान मानता है खतरा, इजराइल ने हमले के लिए लिया उसी का सहारा | Israel iran… – भारत संपर्क
जिस देश को ईरान मानता है खतरा, इजराइल ने हमले के लिए लिया उसी का सहारा

इजराइल का ईरान पर हमला

19 अप्रैल की सुबह इजराइल ने ईरान पर ड्रोन और मिसाइल से हमला किया. अब इजराइल पर ईरान के बड़े पलटवार तय हैं. ये टकराव विश्व युद्ध की आग में बदल सकता है. ईरान के परमाणु ठिकाने वाले शहर इस्फहान के लोगों की नींद सुबह करीब पौने पांच बजे एक जोरदार धमाके साथ टूटी. ये इस्फहान पर इजराइल का मिसाइल हमला था, जिसके धमाके की आवाज कई मील दूर तक गई और इस्फहान की स्काई लाइन पर रोशनी चमक उठी.

इजराइल ने इस्फहान को इसलिए मुख्य तौर पर निशाना बनाया क्योंकि ईरान का परमाणु केंद्र इस्फहान में ही है. इजराइल इस्फहान पर हमला कर के परमाणु विनाश करना चाहता था. इस परमाणु केंद्र पर परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम संवर्धन का काम यहां चल रहा है. हालांकि रिपोर्ट में बताया गया कि, इस्फहान के इस परमाणु केंद्र पर कोई भी मिसाइल नहीं गिरी बल्कि इस्फहान सैन्य बेस पर सभी हमले हुए. ईरान के इस बेस सैन्य वाहन और सैन्य उपकरण नजर आ रहे हैं. माना जा रहा है कि ईरान को इस हमले में बड़ा नुकसान हुआ है.

ईरान में 9 जगहों को किया टारगेट

रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल ने केवल ईरान के शहर इस्फहान को ही अपना निशाना नहीं बनाया था, जबकि इस्फहान के साथ-साथ ईरान की राजधानी तेहरान, न्यूक्लियर ठिकाने वाले शहर फार्दो, मिसाइल लॉन्च पैड अराक, खर्ग आईलैंड, बुशहर, बंदर अब्बास पर हमले किए गए हैं. इसके साथ-साथ शिराज और तबरेज शहर के ड्रोन गोदामों को निशाना बनाया गया है.

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इजराइल ने कहां से किया हमला?

इजराइल ने ईरान पर 19 अप्रैल की सुबह हमलों की शुरुआत की और कुछ देर बाद ही ये हमले रुक गए. सवाल ये है कि हमले कहां से किए गए तो उसके बारे में दो तरह के अनुमान हैं.

पहला अनुमान लगाया जा रहा है कि इजराइल ने ईरान पर हमले के लिए अजरबैजान की जमीन का इस्तेमाल किया गया है. माना जा रहा है कि मोसाद और अजरबैजान सरकार के बीच सीक्रेट डील हुई है. इसके बाद संभावना जताई जा रही है कि इजराइल को अजरबैजान ने अपना एयरस्पेस और जमीन मुहैया कराई. दरअसल बॉर्डर से सटे होने के कारण अजरबैजान से ईरान पर हमला करना आसान है. खराब रिश्तों के चलते अजरबैजान को ईरान पहले से अपने लिए खतरा मानता है.

दूसरा अनुमान है कि इजराइल ने ईरान के अंदर कुर्दिस्तान क्षेत्र से ही ड्रोन हमले किए गए हैं. कुर्दिस्तान ईरान का अशांत क्षेत्र है. यहां से कुर्द विद्रोही सरकार के खिलाफ जंग छेड़े रहते हैं. ये विद्रोही ईरानी फौज पर हमले करते रहते हैं. माना जा रहा है कि विद्रोहियों के जरिए इजराइल ने हमले कराए हैं.

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