*कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4000 किलोमीटर की पदयात्रा करने वाली जशपुर की…- भारत संपर्क
जशपुर – अगले महीने होने वाले नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में हर सीट में दर्जनों प्रत्याशी दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में कुछ चुनिंदा सीट और कुछ ही प्रत्याशियों पर ज़िले और प्रदेश के तमाम लोगों की नज़र टिकी हुई होती है। ऐसे में एक नाम ऐसा है जो ज़िले की राजनीति में बहुत अहम है।
देश की सबसे चर्चित “भारत जोड़ो यात्रा” जो कांग्रेस लीडर राहुल गांधी के द्वारा कन्याकुमारी से कश्मीर तक 4 हज़ार किलोमीटर की पदयात्रा पाँच महीने में पूरी की गई थी। जिसमें देश भर के विभिन्न जाति धर्म का समावेश करते हुए 120 भारतयात्रियों का चयन किया गया था। जशपुर की युवा नेत्री एवं जनपद पंचायत सभापति आशिक़ा कुजूर का चयन भी इसमें हुआ था।
आशिक़ा कुजूर ने सन् 2019 में पत्रकारिता की नौकरी छोड़ कर जनसेवा के लिए राजनीति में कदम रखते हुए जनपद पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ कर जीत हासिल की। जनपद पंचायत बगीचा में निर्विरोध सभापति रही और जनपद निगरानी समिति की अध्यक्ष रही हैं। प्रदेश युवा कांग्रेस में निर्वाचित प्रदेश महासचिव और “शक्ति सुपर शी” की प्रदेश समन्वयक जैसे महत्वपूर्ण पदों में रह कर युवाओं का नेतृत्व किया।
अब ज़िला पंचायत सदस्य(डीडीसी) के रूप में जनसेवा करने के लिए चुनाव में क़िस्मत आज़माने के लिए तैयारी कर रही हैं।
आपको यह भी बता दें कि आशिक़ा कुजूर बगीचा के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद लाल कुजूर की बेटी है जो लगातार चुनावी राजनीति में सक्रिय रहे हैं। सन् 2003 में कांग्रेस ने बगीचा विधानसभा का अधिकृत प्रत्याशी बनाया था। इसके अलावा डीडीसी और बीडीसी का चुनाव जीत चुके हैं। लगातार 40 वर्षों से कांग्रेस के सक्रिय सदस्य एवं सरल स्वभाव की वजह से ज़िले भर में अलग पहचान है। क्षेत्र के कई लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी महत्वपूर्ण भूमिका में रहे और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कई लोगों को चुनाव में खड़े कर जीत दिलाने का श्रेय भी हासिल किया है।
ऐसे में यह देखना है कि उनकी बेटी आशिक़ा कुजूर क्या जनता का भरोसा जीत पाएगी। क्या जनता युवा नेतृत्व को मौक़ा देगी ??