जसप्रीत बुमराह ने हद कर दी, जडेजा-अंशुल भी कम नहीं, भारतीय गेंदबाजों ने कई … – भारत संपर्क

बुमराह और जडेजा जैसे सीनियर गेंदबाजों ने भी निराश किया.Image Credit source: PTI
इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन कभी ऊपर और कभी नीचे रहा. पहले टेस्ट मैच से ही ये सिलसिला जारी रहा. इसका ही असर रहा कि चौथे टेस्ट मैच से पहले ही टीम इंडिया सीरीज में पिछड़ गई. मगर जहां भारतीय गेंदबाजों की लाइन और लेंग्थ पर नियंत्रण में निरंतरता की कमी दिखी, वहीं एक मामले में हर मैच में गेंदबाजों ने एक जैसा प्रदर्शन किया और ये था अनुशासन की कमी. पहले मैच से ही भारतीय गेंदबाजों ने अपनी हदें पार की और मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट में भी इसमें कोई सुधार नहीं दिखा. इस मामले में सबसे आगे रहे टीम के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह.
पांच टेस्ट मैच की इस सीरीज के चौथे मुकाबले में पहली बार टीम इंडिया की गेंदबाजी सबसे ज्यादा बेदम नजर आई. ओल्ड ट्रैफर्ड के मैदान पर इंग्लैंड की पहली पारी में बुमराह और मोहम्मद सिराज समेत टीम इंडिया का कोई भी गेंदबाज इंग्लिश बल्लेबाजों को लगातार परेशानी में नहीं डाल पाया. इसका असर ये हुआ कि इंग्लैंड ने तीसरे दिन तक पहली पारी में 180 रन से ज्यादा की बढ़त ले ली थी. मगर भारतीय गेंदबाजों में धार और रफ्तार से ज्यादा डिसिप्लिन की कमी नजर आई.
असल में इस मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी शुरू हुई और पहले ओवर से ही भारतीय तेज गेंदबाज सही नियंत्रण हासिल करने में नाकाम रहे. ये सिलसिला तीसरे दिन के अंत तक जारी रहा. इस दौरान भारतीय गेंदबाजों ने अपनी सीमा यानि बॉलिंग क्रीज को कई बार लांघा, जिसका फायदा इंग्लैंड को अतिरिक्त रन के रूप में हुआ. टीम इंडिया ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक कुल 136 ओवर की गेंदबाजी कर ली थी और इसमें कुल 13 नो-बॉल आई. इसमें भी सबसे ज्यादा 5 नो-बॉल टीम के सबसे अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने की.
सिर्फ बुमराह ही नहीं, बल्कि अन्य गेंदबाजों ने भी इस मामले में कोई कसर नहीं छोड़ी. मैनचेस्टर टेस्ट से अपना डेब्यू कर रहे युवा तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज ने 18 ओवर की गेंदबाजी में ही 4 बार नो-बॉल की. वहीं स्पिनर होकर भी नो-बॉल करने के लिए कुख्यात हो चुके रवींद्र जडेजा यहां भी नहीं रुके और 33 ओवर में 3 नो-बॉल उनके खाते में भी जुड़ गईं. वहीं शार्दुल ठाकुर ने भी 1 नो-बॉल की. इस मामले में मोहम्मद सिराज और वॉशिंगटन सुंदर ने अनुशासन दिखाया. सिराज ने 26 और सुंदर ने 19 ओवर में एक बार भी ये गलती नहीं की.