CTET Syllabus: सीटेट के सिलेबस में क्या-क्या होता है शामिल? जानें नंबर बढ़ाने के…


CTET का क्या है सिलेबस?Image Credit source: pexels
CTET Syllabus: शिक्षक बनने के लिए बीएड की डिग्री जरूरी होती है, लेकिन सिर्फ बीएड की डिग्री से ही शिक्षक नहीं बना जा सकता है. असल में बीएड के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) पास करना जरूरी होती है. राष्ट्रीय स्तर की इस परीक्षा को CTET कहते हैं तो राज्य स्तर पर TET का आयोजन किया जाता है. अब सुप्रीम कोर्ट ने पढ़ा रहे शिक्षकों के लिए भी सीटेट या टीईटी को अनिवार्य कर दिया है. ऐसे में तय है कि इस बार सीटेट में कड़ी प्रतिस्पर्द्धा देखने को मिल सकती है.
आइए इसी कड़ी में जानते हैं कि सीटेट या टीईटी के सिलेबस में क्या-क्या शामिल होता है. कितने नंबर प्राप्त करने में इसे पास किया जा सकता है. साथ ही जानेंगे कि नंबर बढ़ाने के लिए कौन सा हिस्सा मददगार होता है.
पास होने के लिए कितने अंक जरूरी?
सीटेट में किसी तरह की कट-ऑफ लिस्ट नहीं निकलती. इस परीक्षा में बस न्यूनतम पासिंग मार्क्स हासिल करने होते हैं. जनरल कैटेगरी के उम्मीदवारों को कम से कम 60% मार्क्स यानी 150 में से 90 मार्क्स लाने जरूरी हैं. वहीं OBC, SC और ST कैटेगरी के उम्मीदवारों को 55% मार्क्स यानी 150 में से 82 अंक हासिल करने होते हैं. जो उम्मीदवार पासिंग मार्क्स लाते हैं, उन्हें CTET क्वॉलिफाइड माना जाता है.
सीटेट 2025 का सिलेबस और परीक्षा पैटर्न
सीटेट परीक्षा दो पेपरों में होती है. हर पेपर में सवाल मल्टीपल चॉइस टाइप के होते हैं और खास बात यह है कि इसमें निगेटिव मार्किंग नहीं है. यानी हर सवाल का जवाब देना उम्मीदवारों के लिए फायदेमंद रहता है.
पेपर I (प्राइमरी लेवल : कक्षा 1 से 5 के लिए)
बाल विकास और शिक्षाशास्त्र : 30 अंक
भाषा I : 30 अंक
भाषा II : 30 अंक
गणित : 30 अंक
पर्यावरण अध्ययन : 30 अंक
पेपर II (एलीमेंट्री लेवल : कक्षा 6 से 8 के लिए)
बाल विकास और शिक्षाशास्त्र : 30 अंक
भाषा I : 30 अंक
भाषा II : 30 अंक
गणित और विज्ञान (साइंस/मैथ्स टीचर्स के लिए) : 60 अंक
सामाजिक अध्ययन/सामाजिक विज्ञान (SS टीचर्स के लिए) : 60 अंक
नंबर बढ़ाने में मददगार सेक्शन
अगर बात करें कि कौन से हिस्से उम्मीदवारों को आगे ले जाते हैं तो उसमें सबसे अहम रोल बाल विकास और शिक्षाशास्त्र का होता है. यह सेक्शन न केवल परीक्षा का आधार है, बल्कि यही तय करता है कि आप बच्चों को पढ़ाने की सोच और समझ रखते हैं या नहीं.
इसके अलावा, भाषा I और भाषा II भी बड़े स्कोरिंग सेक्शन माने जाते हैं. इन पर अच्छी पकड़ रखने वाले उम्मीदवार आसानी से मेरिट में ऊपर पहुंच सकते हैं. वहीं पेपर II में गणित और विज्ञान या सामाजिक अध्ययन/सामाजिक विज्ञान वाले सेक्शन ज्यादा वेटेज रखते हैं, इसलिए यहां अच्छे अंक लाना बेहद जरूरी है.
स्मार्ट स्टडी ही है असली चाबी
सीटेट की तैयारी में सिर्फ पढ़ाई काफी नहीं है, बल्कि सही स्ट्रेटेजी अपनाना जरूरी है. पहले सिलेबस समझें, फिर टाइमटेबल बनाएं और पिछले साल के पेपर हल करें. ज्यादा से ज्यादा मॉक टेस्ट देकर अपनी कमियों को पहचानना और उन पर काम करना ही इस परीक्षा को पास करने का सबसे आसान तरीका है.
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