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ज्ञान से हमें लडऩे का एक हथियार प्राप्त होता है-सत्येन्द्र, विधि महाविद्यालय में विधिक सेवा विषय पर कार्यशाला का आयोजन
कोरबा। राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस के अवसर पर श्री ज्योति भूषण प्रताप सिंह विधि महाविद्यालय में विधिक जागरूकता कार्यशाला सह शिविर का आयोजन किया गया। उक्त अवसर पर सत्येन्द्र कुमार साहू, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश कोरबा एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने कहा कि विशेष दिवस इसलिये मनाते है कि हम कुछ याद करें। हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का वचन था कि हमारा कार्य है कि हम समाज के अंतिम व्यक्ति का आंसू पोछ सकें। भारत का संविधान 1949 बन गया। आप अच्छे से पड़ लिये क्यो बी.ए. कर लिया, बी.ई कर एम.बी.बी.एस. कर लिया क्या स्थिति आज भी सुधरी है। हमारे ऊपर एक जिम्मेदारी आती है जब आप कानून की पढ़ाई करते है। पहले तो हमें यह सीखना होगा कि हम कानून का सम्मान करें, नियमों का पालन करें दूसरों को भी सिखायें। हम हम ज्ञान अर्जित करते है तो हमें कानून की जागरूकता फैलानी पड़ती है। तभी तो ज्ञान की सार्थकता है। ज्ञान से हमें लडऩे का हथियार प्राप्त होता है। कोई भी समस्या का समाधान वैधानिक एवं अवैधानिक तरीके से होता है। आप वैधानिक तरीका ही अपनाये जो सही है। कु. डिम्पल, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के द्वारा बताया गया कि तहसील स्तर पर व्यवहार न्यायालय में तालुका विधिक सेवा समिति, जिला न्यायालय में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, उच्च न्यायालय स्तर पर, उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति, राज्य स्तर पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) का गठन किया गया है। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण देश में कानूनी सेवएं उपलब्ध कराने के लिये उत्तरदायी है। नूतन सिंह सचिव जिला अधिवक्ता संघ के द्वारा बताया गया कि जब आप विधि के पढ़ाई पूरी कर अपना रजिस्ट्रेशन कराकर अधिवक्ता बन जाते है तो समाज में आपसे लोग पूछते है आपकी राय लेते है। वकालत एक विधि का व्यवसाय है। जज और अधिवक्ता हड़ताल पर नहीं रहता है। समाज में न्यायपालिका एवं अधिवक्ता का अमूल्य योगदान है। डॉ0 किरण चैहान प्राचार्य, श्री ज्योतिभूषण विधि महाविद्यालय कोरबा के द्वारा उक्त कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि का आभार प्रदर्शन करते हुये भविष्य में पुन: महाविद्यालय में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन करने हेतु कहा गया। उक्त कार्यक्रम में भूषण एक्का, सीएसपी कोरबा, मंच संचालन महिपाल कहरा, एच. के. पासवान, डॉ. सालिकराम, रश्मि सिंह, भारती, सहायक प्राध्यापक विधि महाविद्यालय कोरबा पैरालीगल वॉलीण्टियर्स रमाकांत दुबे, पीएल सोनी, भीमराव श्यामकुंवर गोपाल चन्द्रा एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के कर्मचारीगण उपस्थित थे।