कृतिका नक्षत्र में मनाया जाएगा कृष्ण जन्मोत्सव- भारत संपर्क
कृतिका नक्षत्र में मनाया जाएगा कृष्ण जन्मोत्सव
कोरबा। सावन में एक माह शिव की भक्ति के बाद अब कृष्ण की भक्ति में डूबने के लिए शहर तैयार है। शहर के राधाकृष्ण मंदिरों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव की तैयारियां चल रही हैं। फूलों के झूले तैयार किए जा रहे हैं। 16 अगस्त को आधी रात शहरभर में नंद घर आनंद भयो की धूम रहेगी। महोत्सव को लेकर समितियों में अच्छा खासा माहौल है। कई जगहों पर राधाकृष्ण के लिए मथुरा, वृंदावन से पोशाक मंगवाई गई है। शास्त्रों के अनुसार, द्वापरयुग में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्र कृष्णपक्ष अष्टमी तिथि को आधी रात रोहिणी नक्षत्र में हुआ है। जब ये दोनों संयोग होते तो उसे जन्म जयंती योग कहा जाता है। यह दुर्लभ संयोग कभी-कभी बनता है। जानकारों के अनुसार इस बार भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के समय न तो अष्टमी तिथि रहेगी और न ही रोहिणी नक्षत्र। भगवान के जन्म के समय कृतिका नक्षत्र है, जो कि शुभदायी है, अर्थात जन्माष्टमी महोत्सव 16 अगस्त शनिवार को अष्टमी और नवमी तिथि की युति में मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार सप्तमी तिथि शुक्रवार को रात 12 बजकर 58 मिनट पर समाप्त होकर अष्टमी तिथि प्रारंभ होगी। जोकि 16 अगस्त को रात 10 बजकर 29 मिनट तक है। अर्थात भगवान का जन्मोत्सव अष्टमी और नवमी तिथि की युति के संयोग में कृतिका नक्षत्र में रात ठीक 12 बजे मनेगा। वहीं, मंदिर समितियों के अनुसार कान्हा और राधारानी का श्रृंगार करने के लिए मथुरा वृंदावन से पोशाक मंगवाया गया है।