2 वर्ष 4 महीने के कार्यकाल के बाद कुसमुंडा जीएम संजय मिश्रा…- भारत संपर्क
2 वर्ष 4 महीने के कार्यकाल के बाद कुसमुंडा जीएम संजय मिश्रा हुए सेवानिवृत
कोरबा। एसईसीएल कुसमुंडा क्षेत्र के एरिया महाप्रबंधक संजय मिश्रा आज 29 फरवरी को सेवानिवृत हो गए । उन्हे प्रबंधन के अधिकारी व कर्मचारियों ने भावभीनी विदाई दी। रायगढ़ के बाद बीते वर्ष 2021 अक्टूबर के माह में कुसमुंडा जीएम का पद सम्हाल रहे संजय मिश्रा द्वारा अपने लगभग 2 वर्ष 4 महीने के कार्यकाल में कुसमुंडा में कोल उत्पादन को लेकर नए कीर्तिमान गढ़े गए। उनकी पदस्थापना कुसमुंडा क्षेत्र में ऐसे समय पर हुई जिस वक्त कोल उत्पादन का स्तर गिरा हुआ था, कोल स्टॉक को लेकर कई गड़बडिय़ा थी, खदान में आंदोलन भी चरम सीमा पर थी, खदान विस्तार के लिए एक इंच भूमि नही थी। ऐसे में जीएम संजय मिश्रा ने बड़ी ही धैर्यता और निपुणता के साथ कुसमुंडा को सम्हाला और धीरे धीरे कर बड़े कोल उत्पादन रिकॉर्ड दर्ज करने के साथ साथ हजारों की संख्या में भूविस्थपितों को ठेका कंपनियों में नौकरी की व्यवस्था कराई । उनके कार्यकाल के दौरान कोयला खनन के लिए जरूरी भूमि हेतु गांवों के अधिग्रहण में भी तेजी देखने को मिली । भूविस्थापितों के लिए नई नई जमीनों पर बसावट के लिए प्रबंधन द्वारा अधिग्रहित जमीन को मुक्त कराते हुए विस्थापन की दिशा में बड़े कार्य शुरू हुए। उनके बसावट विस्थापन और रोजगार के दिशा में रखी गई नींव की आने वाले दिनों में एक बेहतर दिशा और दशा में परिलक्षित होगी। कुसमुंडा खदान में कोयला निकासी के बाद बंद पड़े विशालकाय गढ्ढों में नए ओवर बर्डन की मिट्टी भरकर काम जमीन में भी बड़ी उपलब्धि वाली उपयोगिता ने जीएम संजय मिश्रा की कार्य कुशलता को दर्शाया। वर्तमान में विभागीय मशीनी कार्य प्रणाली के साथ साथ ठेका पद्धति द्वारा किए जा रहे उत्पादन कार्य बढ़ी हो सुगमता के साथ हो रहे हैं। जिस वजह से बीते दो वर्षो में कुसमुंडा ने कोयला उत्पादन में नए कीर्तिमान हासिल करते हुए देश को ऊर्जा शक्ति बनाने में अपना अहम योगदान देने का कार्य कर रही हैं। कोल उत्पादन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के साथ साथ सामाजिक सरोकार में भी उनकी अहम भूमिका रही है, पूरे कुसमुंडा क्षेत्र में दुर्गा पूजा की जिम्मेदारी अपने कंधो पर लेकर भव्य पंडालों के साथ साथ नौ दिनों में हर दिन बड़े आयोजन भी उन्हीं की देन रही है। इधर अयोध्या में श्री राम भगवान की भव्य मंदिर निर्माण पर कुसमुंडा क्षेत्र को भी राम मय करने की योजना के तहत वृहत राम कथा का आयोजन की समग्र व्यवस्था भी जीएम संजय मिश्रा की सोच थी। वर्षो ने जर्जर हो चुके कॉलोनी की हर सडक़ का जीर्णोद्वार उनके कार्यकाल में ही हुआ। खदान क्षेत्र में कर्मचारियों के सुगम आवागमन हेतु प्लानिंग के साथ भी कार्य किए गए हैं। श्री मिश्रा का व्यवहार जितना सरल उनके कार्य क्षेत्र में था उतना ही सरल व्यवहार आम लोगों के प्रति भी था,उन्होंने अपने कर्मचारियों और कुसमुंडा क्षेत्र के एक आम इंसान में भी कभी भेदभाव वाली भावना नहीं रखी वे पूरे कुसमुंडा क्षेत्र को अपना कुटुंब मानते हुए कुसमुंडा के हर नागरिक के उत्थान की भावना रखते हुए सभी की समस्याओं को अपनी समस्या मानते रहें। सडक़ो के गढ्ढों के भराव से लेकर लगातार पानी छिडक़ाव जैसे व्यवस्थाएं उनके द्वारा की गई है। विभागीय अस्पतालों में कर्मचारियों के साथ साथ आम लोगों के लिए भी बेहतर इलाज की व्यवस्था उन्होंने अपने चिकित्सा अधिकारियों को देने कहा। कुसमुंडा विकास नगर पार्षद व नगर निगम एम आई सी सदस्य अमरजीत सिंह ने जीएम संजय मिश्रा को दूरदर्शी और बेमिसाल व्यक्तित्व के धनी बताया।