सड़क निर्माण कार्य में लगे मजदूर की भारी वाहन से कुचलकर मौत,…- भारत संपर्क


सड़क निर्माण कार्य में लगे मजदूर की भारी वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई। मजदूर की मौत उस दौरान हुई जब वह दुर्घटनाकारित वाहन को बैक करने के लिए संकेत कर रहा था ।
इन दिनों धुमा सिपहरी मार्ग में सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है, जिसमें ग्राम पौड़ी निवासी 33 वर्षीय उमाकांत भी मजदूरी कर रहा था। शुक्रवार शाम करीब 5:00 बजे सड़क निर्माण में कार्य में लगे वह5 के पहिये के नीचे वह आ गया, जिससे मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई ।

मजबूर की मौत के बाद जनप्रतिनिधियों के साथ ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रख कर चक्का जाम कर दिया और मुआवजे की मांग करने लगे। घटना की सूचना पाकर पुलिस तो मौके पर पहुंच गई लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और ठेकेदार गायब दिखे । काफी देर बाद ठेकेदार का प्रतिनिधि पहुंचा जिसने मुआवजे के तौर पर 25,000 रुपए देने की बात कही , लेकिन ग्रामीण 5 लाख रुपयेकी मांग के साथ अड़े रहे ।आखिरकार दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ और फिलहाल ₹50,000 मुआवजे के तौर पर दिए गए हैं और शनिवार को 1 लाख रुपए और देने पर सहमति बनी है, जिसके बाद ग्रामीणों ने चक्का जाम खत्म किया और शव को आगे की कार्रवाई के लिए सुपुर्द किया।

ग्रामीणों का कहना है कि पहले भी जर्जर सड़क और यहां से भारी वाहनों के गुजरने की वजह से अक्सर दुर्घटनाये होती थी और इस बार सड़क निर्माण के दौरान ही एक दुर्घटना हो गई, जिसमें एक गरीब ग्रामीण की मौत हो गई जिसके तीन छोटे-छोटे बच्चे भी हैं । लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं होने और ठेकेदार एवं पीडब्ल्यूडी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों के मौके पर मौजूद नहीं रहने के कारण यह हादसा हुआ।

इधर जिस वाहन क्रमांक सीजी 10 सी 78 21 से कुचलकर मजदूर की मौत हुई है उस वाहन चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस मौके पर पहुंचे जनपद सदस्य इंद्राणी कौशिक और नारद रजक ने भीड़ के साथ 5 लाख रुपए मुआवजे की मांग की तो वहीं पीड़ित परिवार के लिए रोजगार की भी मांग की जा रही है। इस दुर्घटना के बाद ग्रामीण करीब 4 घंटे तक शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम करते हुए मुआवजे की मांग करते रहे। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों की मध्यस्थता में किसी तरह ग्रामीण माने और शव को रास्ते से उठाने दिया।