लेह में लद्दाख स्काउट्स की शानदार पासिंग आउट परेड, 194 अग्निवीर सेना में शामिल


लद्दाख में हुई अग्निवीर जवानों की पासिंग परेड
लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंटल सेंटर में गुरूवार को देशभक्ति और अनुशासन से भरी एक शानदार पासिंग आउट परेड हुई. इस खास मौके पर 194 अग्निवीर जवान लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंट का हिस्सा बने. ये सभी जवान लद्दाख के अलग-अलग क्षेत्रों से हैं और कठिन ट्रेनिंग पूरी करने के बाद अब देश की रक्षा के लिए तैयार हैं.
परेड में मेजर जनरल गुरपाल सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. उन्होंने परेड की सलामी ली और जवानों के जोश की तारीफ की. समारोह में सेना के सीनियर अधिकारी, अग्निवीरों के परिवार और कई मेहमान भी शामिल हुए. इस मौके पर वहां का माहौल गर्व और उत्साह से भरा हुआ था.
मेजर जनरल गुरपाल सिंह ने अपने भाषण में कहा, ‘ये युवा जवान अब देश की हर चुनौती का डटकर मुकाबला करने को तैयार हैं. उनकी मेहनत और समर्पण काबिले-तारीफ है.’ उन्होंने माता-पिता को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने अपने बच्चों को देश सेवा के लिए प्रेरित किया.
#WATCH | Leh, J&K | Passing Out Parade of the Ladakh Scouts was held at the Ladakh Scouts Regimental Centre in Leh today, to mark the entry of 194 well-trained Agniveer recruits into the Ladakh Scouts Regiment as Agniveer Soldiers. The impressive ceremony was conducted in pic.twitter.com/WPW3aIhCrr
— ANI (@ANI) June 5, 2025
सभी के लिए गर्व का पल
परेड के दौरान ट्रेनिंग में शानदार प्रदर्शन करने वाले अग्निवीरों को मेडल देकर सम्मानित किया गया. इसके साथ ही उन माता-पिता को गौरव पदक से नवाजा गया, जो खुद सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और अब उनके बच्चे अग्निवीर के रूप में सेना में शामिल हुए हैं. यह पल सभी के लिए गर्व का क्षण था.
नए अग्निवीरों से रेजिमेंट और मजबूत हुई
यह पासिंग आउट परेड न केवल सैन्य अनुशासन का प्रतीक थी, बल्कि देशभक्ति और सेवा भाव का भी शानदार उदाहरण बनी. लद्दाख जैसे दुर्गम क्षेत्र से आए इन युवाओं ने अपनी मेहनत और लगन से यह साबित कर दिया कि वे देश की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. लद्दाख स्काउट्स रेजिमेंट का इतिहास गौरवशाली रहा है और यह परेड उस गौरव को और बढ़ाने वाली रही. इन नए अग्निवीरों के शामिल होने से रेजिमेंट और मजबूत होगी.
क्या होती है पासिंग आउट परेड?
पासिंग आउट परेड सेना में शामिल हुए नए जवानों द्वारा की जाती है, जब वे अपनी ट्रेनिंग पूरी कर लेते हैं. यह आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के नए कैडेटों के बेसिक कोर्स पूरा करने पर आयोजित की जाती है.