गर्मी और मानसून में शिलाजीत खाने का सही तरीका क्या है? एक्सपर्ट से जानें


गर्मी में शिलाजीत खाने का सही तरीका क्या है?Image Credit source: meta-AI/whatsaap
पहाड़ों की चोटियों में दुर्गम जगहों पर मिलने वाला पदार्थ शिलाजीत कई सेहत संबंधी समस्याओं में फायदेमंद माना जाता है. ये एक नेचुरल लेकिन पावरफुल सबस्टेंस है. यह कई सालों तक वनस्पतियों और जैविक पदार्थों के विघटन से प्राकृतिक रूप से अपने आप तैयार होता है. जब यह पर्वतों से निकाला जाता है तो बिल्कुल पत्थर की तरह होता है, लेकिन बाद में इसे शुद्ध करने का प्रोसेस किया जाता है, जिसके बाद शिलाजीत एक गाढ़ी, चिपचिपी फॉम में आ जाता है. शिलाजीत के गुणों को देखते हुए प्राचीन काल से ही आयुर्वेद में इसे एक दवा की तरह इस्तेमाल किया जाता रहा है. ज्यादातर लोगों को शिलाजीत को लेकर बहुत सारी गलतफमियां भी होती हैं जैसे इसे सिर्फ पुरुष ही ले सकते हैं. शिलाजीत सिर्फ फर्टिलिटी में ही काम नहीं आता है, बल्कि इससे कई फायदे होते हैं, लेकिन इसका सेवन करने का सही तरीका पता होना बेहद जरूरी है, खासतौर पर गर्मी और मानसून के उमस भरे मौसम के दौरान.
शिलाजीत में फुलविक एसिड, ह्यूमिक एसिड, कई मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स अच्छी मात्रा में होते हैं, जो इसे एक प्रभावशाली प्राकृतिक पदार्थ बनाते हैं. शिलाजीत से कई फायदे हो सकते हैं, लेकिन इसकी तासीर गर्म होती है, इसलिए इसे एक सही मात्रा में लेना जरूरी होता है और खासतौर पर गर्म मौसम में शिलाजीत का सेवन डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य की सलाह लेकर ही करना सही रहता है. चलिए एक्सपर्ट से ही जान लेते हैं कि गर्मी और मानसून में शिलाजीत खाते वक्त क्या सावधानियां बरतनी चाहिए.
गर्मी और मानसून में शिलाजीत
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट डॉक्टर गीतिका चोपड़ा कहती हैं कि हां शिलाजीत की तासीर गर्म होती है, इसलिए अगर आपको मानसून या गर्मी में इसे लेना है तो कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है. जैसे इसकी मात्रा क्या हो, किस चीज के साथ इसका सेवन करें और किस टाइम शिलाजीत लेना सही रहता है.
कितनी और किस तरह लें शिलाजीत
एक्सपर्ट कहती हैं कि गर्मी या फिर मानसून में शिलाजीत का सेवन कर रहे हैं तो इसकी मात्रा 100 या फिर 150 मिली. ग्राम लेनी चाहिए. इससे ज्यादा लेने से शरीर में हीट हो सकती है, जिससे बीपी का बढ़ना जैसी समस्याएं होने का डर रहता है. डॉक्टर का कहना है कि आप गर्मी के दिनों में शिलाजीत को दूध की बजाय गिलोय के पानी या फिर सौंफ के पानी में लेंगे तो ये ज्यादा बेहतर रहता है. इसे सुबह खाली पेट लेने की बजाय खाना खाने के बाद लेना चाहिए.
ये लोग करें शिलाजीत को अवॉइड
एक्सपर्ट गीतिका का कहना है कि जिन लोगों को पहले से ही माउथ अल्सर (मुंह में छाले), चेहरे पर एक्ने या पिंपल्स हैं या फिर बॉडी बहुत ज्यादा हीट प्रोड्यूस कर रही है तो शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए. इसके अलावा अगर बॉडी एसिडिक हो रही है तो भी इसे अवॉइड करना ही सही रहता है.
शिलाजीत की शुद्धता हो सही
एक्सपर्ट का ये भी कहना है कि पूरी तरह से शरीर को फायदा मिले इसके लिए जरूरी है कि शिलाजीत की क्वालिटी और शुद्धता बिल्कुल सही हो. आज के टाइम में शिलाजीत का यूज आयुर्वेदिक दवाओं से लेकर कई सप्लीमेंट्स में भी किया जाने लगा है और इसकी पॉपुलैरिटी साथ ही ज्यादा कीमत की वजह से लोग मार्केट में नकली शिलाजीत भी बेचते हैं.
क्या होते हैं शिलाजीत के फायदे?
शिलाजीत शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ ही, थकान को कम करने, एनर्जी बूस्ट करने, ब्लड सर्कुलेशन सुधारने और मेंटल हेल्थ में सुधार लाने का काम करता है ये बढ़ती उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने में भी हेल्पफुल माना जाता है. इसका सेवन करने से मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है जो वेट लॉस में हेल्प फुल है. इस तरह से कहा जा सकता है कि शिलाजीत का सेवन सही तरीके से किया जाए तो ये आपकी सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है.