पैर की चोट ने बदल दी कुलदीप यादव की जिंदगी, सामने आया बड़ा सच | kuldeep yad… – भारत संपर्क

कुलदीप यादव की गजब कहानी (PC-PTI)
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में लोग यशस्वी जायसवाल और जसप्रीत बुमराह को सलाम कर रहे हैं लेकिन एक खिलाड़ी ऐसा भी है जिसकी गजब की परफॉर्मेंस पर लोगों का ज्यादा ध्यान नहीं जा रहा. इस खिलाड़ी ने सिर्फ गेंद ही नहीं बल्कि बल्ले से भी टीम इंडिया की जीत में अहम योगदान दिया है. इस खिलाड़ी का नाम है कुलदीप यादव जिन्हें इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के पहले मैच में तो बेंच पर बैठाया गया लेकिन अगले तीन टेस्ट मैचों में उन्हें प्लेइंग इलेवन में मौका मिला और इन मुकाबलों में टीम जीती भी. अब कुलदीप यादव धर्मशाला में टेस्ट मैच खेलने उतरेंगे जहां उन्होंने अपना डेब्यू भी किया था. वैसे इस मैच से पहले इस गेंदबाज को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है.
पांव की चोट ने कुलदीप को बदल दिया
टीम इंडिया के पूर्व बॉलिंग कोच भरत अरुण ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए बताया कि कैसे 3 साल पहले लगी चोट ने कुलदीप यादव को बदल दिया. भरत अरुण ने खुलासा किया कि 2021 में कुलदीप यादव के पांव में चोट लगी थी, इसके बाद उन्हें अपने खेल और फिटनेस पर ध्यान देने का काफी ज्यादा समय मिला. इस खिलाड़ी ने अपनी फिटनेस पर काफी ध्यान दिया और उन्होंने अपना फैट कम किया. भरत अरुण ने बताया कि रवि शास्त्री ने कुलदीप यादव को बताया था कि उन्हें अगर वर्ल्ड क्लास टेस्ट गेंदबाज बनना है तो इसके लिए उन्हें अपना फैट कम करना होगा. अगर वो ऐसा करते हैं तो वो दुनिया के बेस्ट टेस्ट गेंदबाज बन सकते हैं और कुलदीप ने शास्त्री की बात मानी.
कुलदीप यादव ने बढ़ाई बॉलिंग स्पीड
कुलदीप यादव ने फिटनेस के साथ-साथ अपनी गेंदबाजी पर भी काफी काम किया. उन्होंने अपनी बॉलिंग स्पीड बढ़ाई और इसकी वजह से बल्लेबाज अब उनकी वेरिएशन नहीं पकड़ पा रहे हैं. कुलदीप यादव पहले भी अच्छे गेंदबाज थे लेकिन हवा में धीमी स्पीड होने के चलते बल्लेबाज उनकी गेंदों को पकड़ने लगे थे लेकिन अब इस खिलाड़ी ने अपनी कमजोरी को भी खत्म कर दिया है.
सीरीज में कुलदीप का जलवा
इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कुलदीप यादव 3 टेस्ट में 12 विकेट ले चुके हैं. विशाखापट्टनम टेस्ट की पहली पारी में कुलदीप को 3 विकेट हासिल हुए थे. राजकोट टेस्ट की दोनों पारियों में ये खिलाड़ी 2-2 विकेट ले गया और फिर रांची टेस्ट की दूसरी पारी में कुलदीप यादव ने 4 विकेट लेकर टीम इंडिया की जीत तय की. सिर्फ गेंद से ही नहीं कुलदीप ने बल्ले से भी दो अहम पारियां खेली. राजकोट टेस्ट की पारी में उन्होंने 27 रन की महत्वपूर्ण पारी खएली. इसके अलावा रांची टेस्ट की पहली पारी में जब टीम इंडिया संघर्ष कर रही थी वहां भी कुलदीप यागव ने 28 अहम रन बनाए. साफ है कुलदीप यादव ने टीम इंडिया को अपनी उपयोगिता साबित कर दी है और अब उम्मीद ये रहेगी कि ये खिलाड़ी धर्मशाला में भी कमाल दिखाकर टीम को 4-1 से टेस्ट सीरीज जिताए.