एलआईसी ने पहली बार किया ये कारनामा और हो गया 35 हजार करोड़…- भारत संपर्क

देश की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी का शेयर सोमवार पहली बार 1000 रुपए के पार गया और कंपनी की वैल्यूएशन में 35 हजार करोड़ रुपए का फायदा हो गया. शेयर बाजार बंद होने के बाद कंपनी के शेयर में करीब 6 फीसदी की तेजी देखने को मिली. कंपनी का आईपीओ 4 मई 2022 को आया था और कंपनी की लिस्टिंग 17 मई 2022 हुई थी. तब से अब कंपनी के शेयर 1000 रुपए के पार नहीं पहुंचे थे.
कारोबारी सत्र के दौरान कंपनी का शेयर 9 फीसदी की तेजी के 52 हफ्तों के हाई पर पहुंच गया. खास बामत तो ये है कि बीते 10 महीने में कंपनी के शेयर में करीब 94 फीसदी की तेजी देखने को मिल चुकी है. इसके साथ भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का बाजार मूल्यांकन छह लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गया है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर शेयर बाजार में एलआईसी के किस तरह के आंकड़ें देखने को मिल रहे हैं.
रिकॉर्ड लेवल पर एलआईसी का शेयर
बीएसई पर एलआईसी का शेयर 5.90 फीसदी चढ़कर 1,000.35 रुपए के भाव पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 8.81 प्रतिशत फीसदी 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 1,027.95 रुपए पर पहुंच गया था. एनएसई पर इसका शेयर 5.64 प्रतिशत बढ़कर 998.85 रुपए पर रहा. कारोबार के दौरान यह 8.73 प्रतिशत उछलकर 1,028 रुपए पर पहुंच गया था जो इसका 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर है. कंपनी का 52 हफ्तों का लो 29 मार्च 2023 को बनाया. तब से अब तक यानी करीब 10 महीने में कंपनी के शेयर में 94 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है.
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35 हजार करोड़ का फायदा
शेयर बाजार में तेजी के बीच एलआईसी का बाजार पूंजीकरण 35,230.25 करोड़ रुपए बढ़कर 6,32,721.15 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. इस साल अबतक एलआईसी का शेयर 20 फीसदी तक चढ़ चुका है. पिछले महीने एलआईसी बाजार मूल्यांकन के हिसाब से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को पीछे छोड़कर देश में सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई. हालांकि, रिलायंस इंडस्ट्रीज 19,46,521.81 करोड़ रुपए के बाजार मूल्यांकन के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी है.
कब हुई एलआई की लिस्टिंग
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी एलआईसी मई, 2022 में शेयर बाजार में सूचीबद्ध हुई थी. उस समय सरकार ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये एलआईसी में 22.13 करोड़ से अधिक शेयर यानी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची थी. कंपनी में अब भी सरकार के पास 96.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है. खास बात तो ये है कि जब इस कंपनी का आईपीओ आया था तो देश का सबसे बड़ा आईपीओ था, जो अभी तक एक रिकॉर्ड बना हुआ है.