100 वर्ष पुरानी शीशम की लकड़ी से बनी पालकी, दूल्हा बनकर बैठेंगे भगवान; ओरछा… – भारत संपर्क
ओरछा में श्रीराम-जानकी विवाह महोत्सव
मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड की अयोध्या यानी ओरछा में 05 दिसंबर से 07 दिसंबर 2024 तक तीन दिवसीय राम विवाह महोत्सव (विवाह पंचमी) का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है. इस भव्य आयोजन में भगवान श्रीराम और माता सीता के विवाह का दिव्य स्वरूप प्रस्तुत किया जाएगा. बुंदेलखंड के सबसे प्रतिष्ठित श्री राम विवाह महोत्सव को सफल बनाने के लिए शासन और प्रशासन नए-नए प्रयोग कर रहे हैं.
राम विवाह महोत्सव में इस बार श्री राम राजा सरकार अपने छोटे भाई लखन जी के साथ जिस पालकी से दूल्हा बनकर पूरे नगर का भ्रमण करके जानकी मंदिर पहुंचेंगे उस पालकी को इस बार नया स्वरूप दिया गया है. मंदिर प्रबंधन से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्री रामचंद्र जी जिस पालकी में दूल्हा बनकर नगर भ्रमण करेंगे वह पालकी लगभग 100 वर्ष पुराने शीशम की लकड़ी की बनी हुई है. इस पालकी को बनाने में 6 कारीगरों ने 14 दिन तक मेहनत कर इसको पुराने समय की जो पालकी होतीं थीं ठीक ऐसा ही स्वरूप दिया है.
कब निकलेगी बारात?
पालकी के मंदिर पहुँचने पर उसको देखने के लिए लोगों का हुजूम इकट्ठा हो गया. 6 तारीख को श्री राम सरकार की बारात निकलेगी, जिसमें बुंदेलखंड के अलावा देश और विदेश के श्रद्धालु शामिल होकर श्री राम जानकी जी के विवाह का आनंद लेंगे.
भगवान श्री रामराजा सरकार की बारात के लिए इस बार खास तैयारियां की गई हैं. भगवान की बारात के लिए हर बार की तरह इस बार भी बाहर से बैंड पार्टियां बुलाई गई है, जिसमें से एक बैंड पार्टी जबलपुर से आ रही है वहीं दूसरी बैंड पार्टी स्थानीय रहेगी. इस दौरान 24 युवाओं की खास ढोल पार्टी आकर्षण का केंद्र रहेगी. बारात में युवाओं की टोली साथ चलेगी.बुन्देलखण्ड की अयोध्या के नाम से विश्वविख्यात श्री रामराजा सरकार की नगरी ओरछा धाम में श्री राम जानकी विवाह महोत्सव 6 दिसंबर 2024 को ओरछा में भव्यता एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा.
हर्षोल्लास के साथ मनाया समारोह
ओरछा में श्री राम-जानकी विवाह महोत्सव 2 दिसंबर से 8 दिसंबर 2024 तक हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा, जिसमें सोमवार को 2 दिसंबर को भट्टी पूजन एवं अन्नपूर्णा पूजन किया गया. वहीं 4 दिसंबर को तेल, 5 दिसंबर को मण्डपाच्छादन पूजन एवं प्रीतिभोज, 6 दिसंबर को श्री रामराजा सरकार जू वर यात्रा, 7 दिसंबर को श्री राम कलेवा, 8 दिसंबर को पोन्छक और 13 दिसंबर को दशमाननी का पूजन किया जाएगा. राम विवाह उत्सव की तैयारी को लेकर वाहनों का रूट भी डायवर्ट किया गया.