Lucknow Cyber Crime: PGI की महिला डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर ठगे थे 3 करोड़… – भारत संपर्क
महिला डॉक्टर को पुलिस ने वापस कराई रकम
उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे. राजधानी लखनऊ में ही दो महीने पहले PGI की महिला प्रोफेसर को डिजिटल अरेस्ट कर जालसाजों ने 2 करोड़ 81 लाख रुपये की ठगी की थी. थाना साइबर क्राइम लखनऊ ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज किया था. करीब दो महीने बाद अब इस मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने राजस्थान के जयपुर और झालावाड़ के अलावा बिहार के पटना से 18 आरोपियों को अरेस्ट किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब 11 लाख 36 हजार रुपये बरामद किए हैं.
वहीं आरोपियों के बैंक खातों को सीज करा दिया गया है. अब पुलिस इस रैकेट में शामिल अन्य आरोपियों की पहचान और उनकी धरपकड़ में जुटी है. थाना प्रभारी साइबर क्राइम बृजेश कुमार यादव के मुताबिक पीड़िता प्रोफेसर रुचिका टंडन ने अगस्त महीने में शिकायत दी थी. इसमें बताया कि था आरोपियों ने खुद को टेलीकॉम विभाग का अफसर बताकर फोन किया था. आरोपी ने उनके ऊपर किसी घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा था कि इस मामले में सीबीआई जांच कर रही थी. इसके बाद एक अन्य आरोपी ने खुद को सीबीआई का अफसर बताकर फोन किया और मनी लॉन्डरिंग केस में फंसाने की धमकी देते हुए उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया.
स्काइप ऐप के जरिए किया डिजिटल अरेस्ट
इसके बाद जालसाजों ने इस जाल से मुक्त कराने के नाम पर उनसे स्काइप ऐप डाउनलोड कराया और एक अगस्त से 8 अगस्त 2024 के बीच कुल 2 करोड़ 81 लाख रुपये अलग अलग बैंक खातों में जमा कर लिए. चाणक्यापुरी की रहने वाली पीड़िता ने पुलिस को दिए शिकायत में बताया कि वह बड़ी मुश्किल से आरोपियों के चंगुल से छूटी और पुलिस में शिकायत दी. पुलिस ने भी मामले की जांच करते हुए सबसे पहले ट्रांजेक्शन ट्रेल को ट्रैक किया. इसी दौरान पुलिस को जालसाजों के बारे में कई इनपुट मिले.
11 लाख 36 हजार रुपये वापस कराया
ऐसे में पुलिस ने तत्काल जालसाजों के बैंक खाते सीज करते हुए इनपुट के आधार पर दबिश शुरू कर दी. इस दौरान पुलिस ने तीन मुख्य आरोपियों को अरेस्ट किया. इसमें एक राजस्थान में झालावाड़ के झालरापाटन निवासी लोकेश जैन, दूसरा बूंदी राजस्थान निवासी पवन जैन और तीसरा बिहार के पटना में बाढ़ निवासी गोपाल शामिल है. पुलिस ने इन जालसाजों के पास से 11 लाख 36 हजार 400 रुपये नगद बरामद किया है. वहीं पुलिस ने इन जालसाजों की निशानदेही पर 15 अन्य आरोपियों को भी अरेस्ट किया है. फिलहाल पुलिस ने इन सभी आरोपियों को जरूरी पूछताछ के बाद जेल भेज दिया है. पुलिस के मुताबिक आरोपियों के पास से बरामद रकम प्रोफेसर रुचिका टंडन को वापस करा दिया गया है.