लखनऊ: करोड़ों की जमीन की फाइलें गायब! विजिलेंस टीम ने LDA से मांगा रिकॉर्ड;… – भारत संपर्क

(फाइल फोटो)
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) की गोमती नगर सहित कई योजनाओं के करीब 30 भूखंडों की फाइलें प्राधिकरण से गायब हैं. इन भूखंडों की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है. एसटीएफ और विजिलेंस टीम की ओर से फर्जी रजिस्ट्री का मामला पकड़े जाने के बाद एलडीए में शुरू हुई फाइलों की जांच में यह बात सामने आई है. दो साल पहले एलडीए में 149 भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री का मुद्दा सामने आया था, जिसकी जांच विजिलेंस टीम कर रही है.
विजिलेंस टीम ने एलडीए से भूखंडों से संबंधित रिकॉर्ड मांगा है. इसके बाद एलडीए में जांच हुई तो पता चलां कि 16 भूखंडों की फाइलें एलडीए के रिकॉर्ड में नहीं हैं. जांच में यह भी सामने आया है कि जिन भूखंडों की फाइलें नहीं हैं, उनमें ज्यादातर बाउंड्रीं बनी हुईं है, लेंकिन मकान का निर्माण नहीं है. एलडीए इन भूखंडों को अपने कब्जे में लेने से पहले सार्वजनिक सूचना प्रकाशित करेगा, जिसमें भूखंडों के आवंटन और रजिस्ट्री से जुड़े दस्तावेज आवंटियों से मांगे जाएंगे. ट्रांसपोर्ट नगर योजना में एलडीए ऐसा कर चुका है.
आवंटी सामने नहीं आया तो होगी नीलामी
जानकारों ने बताया कि यदि भूखंडों को लेकर कोई आवंटी सामने नहीं आया तो एलडीए इन्हें अपने कब्जे में लेकर नीलाम कर देगा. इसे लेकर तीन दिन पहले एलडीए अफसरों ने विशेष बैठक भी की. वहीं, नीलामी को लेकर भूमाफियाओं की बेचैनी बढ़ गई है. ऐसी भी आशंका जताई जा रही है कि अगर किसी जमीन का अतिक्रमण किया गया है, तो वैसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
फर्जी रजिस्ट्री वाला गैंग पकड़ा गया था
करीब एक महीने पहले एसटीएफ ने फर्जी रजिस्ट्री वाला एक गैंग पकड़ा था. इसमें 45 भूखंडों की फ़र्जी रजिस्ट्री का मामला सामने आया था. ये भूखंड गोमतीनगर, जानकीपुरम, कानपुर रोड और ट्रांसपोर्ट नगर योजना के हैं. जिन भूखंडों की रजिस्ट्री का मामला है, उनको लेकर एसटीएफ ने एलडीए से रिपोर्ट मांगी है. इस पर जांच हुई तो पता चला कि 14 भूखंडों की फाइलें ही नहीं मिलीं. अब संबंधित योजनाओं के संपति अधिकारियों से एलडीए ने जवाब-तलब किया है.