Madhya Pradesh Election 2019: MP में जब चली थी BJP की आंधी, सिंधिया से लेकर… – भारत संपर्क

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Madhya Pradesh Election 2019: MP में जब चली थी BJP की आंधी, सिंधिया से लेकर… – भारत संपर्क

मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव 2019
मध्य प्रदेश में 2019 का लोकसभा चुनाव एक तरफा था. एक तरह से पूरे राज्य में भारतीय जनता पार्टी की आंधी चल रही थी. हालात ऐसे बन गए कि 29 लोकसभा सीटों वाले इस राज्य में कांग्रेस पार्टी महज 1 सीट पर सिमट कर रह गई. उस समय राज्य में लोकसभा चुनाव 29 अप्रैल से 19 मई के बीच चार चरणों में कराए गए थे. इस चुनाव के दौरान कांग्रेस पार्टी गलतफहमी में थी. कांग्रेस को चुनाव के दौरान ऐसा लग रहा था कि राज्य में उनकी सरकार है तो इसका लाभ लोकसभा चुनाव में भी मिलेगा. वहीं जनता अपना फैसला केंद्र में सत्तारुढ बीजेपी के खिलाफ सुनाएगी.
वहीं जब 23 मई को मतगणना के बाद परिणाम घोषित हुए तो कांग्रेस के हाथ पांव फूल गए थे. उस समय बीजेपी राज्य की 29 में से 28 सीटें जीत चुकी थी. वहीं कांग्रेस के खाते में महज एक सीट मिली. भोपाल लोकसभा सीट पर बीजेपी की साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस के दिग्विजय सिंह को धूल चटा दिया. इस चुनाव में दिग्विजय सिंह 3 लाख 64 से अधिक वोटों से हार गए थे. इसी प्रकार बीजेपी के डॉ. केपी यादव ने कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया को उनकी परंपरागत सीट गुना लोकसभा सीट पर ही पटखनी दी थी. इस चुनाव में केपी यादव को जहां 6 लाख 14 हजार वोट मिले थे, वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया महज 4 लाख 88 हजार वोटों में सिमट गए थे.
उज्जैन में जीते अनिल फिरोजिया
कांग्रेस की हार महाकाल की नगरी उज्जैन में भी देखने को मिला. यहां बीजेपी के अनिल फिरोजिया ने 3 लाख 65 हजार वोटों से कांग्रेस के बाबूलाल मालवीय को हराया था. विदिशा लोकसभा सीट पर बीजेपी के रमाकांत भार्गव कांग्रेस उम्मीदवार शैलेंद्र रमेश चंद्र पटेल को 5 लाख 03 हजार वोटों से हराने में सफल रहे. इसी प्रकार टीकमगढ़ में बीजेपी के डॉ. वीरेंद्र कुमार कांग्रेस की किरन अहिरवार को साढ़े तीन लाख वोटों से पराजित किया.
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सीधी में हारे कांग्रेस के अजय अर्जुन सिंह
सीधी में बीजेपी की रिती पाठक ने कांग्रेस के अजय अर्जुन सिंह को पटखनी दी तो शहडोल में बीजेपी की हिमाद्री सिंह ने कांग्रेस की प्रमिला सिंह को 4 लाख से भी अधिक वोटों से धूल चटा दिया. इसी प्रकार सतना में बीजेपी के गणेश सिंह ने कांग्रेस के राजाराम त्रिपाठी को तो सागर में बीजेपी के राजबहादुर सिंह ने कांग्रेस के प्रभु सिंह ठाकुर को हराया था. रीवा में भी बीजेपी के जनार्दन मिश्रा और रतलाम में बीजेपी के गुमान सिंह दमोर विजयी हुए थे.
केवल छिंदवाड़ा से जीती कांग्रेस
राज्य में सत्तारुढ़ कांग्रेस पार्टी को एक मात्र अच्छी खबर छिंदवाड़ा से आई. यहां मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ ने जीत दर्ज की थी. यह सीट कमलनाथ की परंपरागत सीट है और उनके मुख्यमंत्री बनने की वजह से खाली हुई थी. इस चुनाव में नकुल नाथ संसद में मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने वाले इकलौते सांसद बने थे. उस समय चुनावी पंडितों ने बीजेपी की इतनी बड़ी जीत का श्रेय सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया था.
बीजेपी शासित सभी सीएम पहुंचे थे मध्य प्रदेश
खुद तत्कालीन रक्षा मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी राज्य में लगातार कैंप कर रहे थे. इसके अलावा भी बीजेपी ने केंद्र के सभी मंत्रियों के अलावा बीजेपी शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की रैली मध्य प्रदेश में कराई. इस दौरान बीजेपी के सभी नेताओं ने कांग्रेस की कमियों को उजागर किया. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी का प्रचार प्रसार स्थानीय नेताओं के दम पर ही टिका रहा. सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी कुछेक सीटों पर प्रचार करने तो पहुंचे, लेकिन उसका कोई खास असर नहीं हुआ.

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