Madhya Pradesh Election 2024: महज 1 सीट पर सिमट गई थी कांग्रेस, क्या MP में… – भारत संपर्क

मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024
मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव 2024 की सरगर्मियां शबाब पर हैं. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी ने राज्य में लोकसभा की सभी 29 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं, वहीं कांग्रेस भी यहां 28 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है. महागठबंधन के तहत कांग्रेस पार्टी ने खजुराहो की एक सीट समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ी थी. सपा प्रत्याशी ने नामांकन भी किया, लेकिन तकनीकी खामियों की वजह से पर्चा निरस्त हो गया. ऐसे में अब बीजेपी के मुकाबले में गठबंधन की ओर से 28 सीटों पर प्रत्याशी शेष बचे हैं.
इसी के साथ देखा जाए तो राज्य की सभी सीटों पर स्थिति भी लगभग साफ हो गई है. बीजेपी ने सीधी लोकसभा सीट से डा. राजेश मिश्रा को मैदान में उतारा है. डॉ. मिश्रा साल 2009 से ही बीजेपी से जुड़े हैं और पार्टी के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं. उनके सामने कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल को मैदान में उतारा है. वह कांग्रेस के टिकट पर 2013 में विधायक बने और मंत्री भी बने, लेकिन 2023 के विधानसभा चुनावों में वह हार गए थे. इसी प्रकार शहडोल लोकसभा सीट से बीजेपी की निवर्तमान सांसद हिमाद्री सिंह का मुकाबला कांग्रेस के फुंदेलाल सिंह मार्को के साथ होने जा रहा है.
मंडला में कुलस्ते के मुकाबले उतरे मरकाम
मार्को तीन बार विधायक रह चुके हैं. जबलपुर में बीजेपी के आशीष दुबे कांग्रेस के दिनेश यादव से भिड़ेंगे. मंडला में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के सामने कांग्रेस के ओमकार सिंह मरकाम चुनाव लड़ रहे हैं. मरकाम इस समय कांग्रेस के विधायक होने के साथ महाकोशल क्षेत्र में बड़ा आदिवासी चेहरा हैं. छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर कमलनाथ के बेटे और निवर्तमान सांसद नकुल नाथ का मुकाबला बीजेपी के विवेक बंटी साहू के साथ होगा. शाहू दो बार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं और पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं.खजुराहो से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं. उनके मुकाबले कोई दमदार प्रत्याशी नहीं है.
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वीडी शर्मा के मुकाबले महागठबंधन का खारिज हो गया पर्चा
खजुराहो सीट पर महागठबंधन के प्रत्याशी का नामांकन खारिज हुआ है. सतना में बीजेपी के गणेश सिंह का मुकाबला कांग्रेस के सिद्धार्थ कुशवाहा से होगा. कुशवाहा फिलहाल सतना से विधायक हैं. उनके पिता बसपा के टिकट पर सांसद रहे थे. इसी प्रकार मुरैना लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर शिवमंगल सिंह तोमर का मुकाबला कांग्रेस के सत्यपाल सिंह सिकरवार के साथ होगा. शिवमंगल सिंह विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी माने जाते हैं. वह 2008 में विधायक चुने गए थे, लेकिन 2013 और 2018 का चुनाव हार गए थे.
ज्योतिरादित्य की गुना में राह आसान
वहीं सत्यपाल सिंह सिकरवार 2013 में सुमावली से बीजेपी के टिकट पर विधायक चुने गए थे. हाईप्रोफाइल सीट गुना से बीजेपी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने उन्हें टक्कर देने के लिए राव यादवेंद्र सिंह यादव को टिकट दिया है. इसी प्रकार बीजेपी के टिकट पर विदिशा से शिवराज सिंह चौहान मैदान में हैं. वह पांच बार सांसद और चार बार सीएम रहे हैं. उन्हें टक्कर देने के लिए कांग्रेस पार्टी ने दो बार सांसद रह चुके प्रतापभानु शर्मा को मैदान में उतारा है. राजगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को टिकट दिया है. वहीं इस सीट पर बीजेपी के टिकट पर संघ के प्रचारक रहे रोडमल नागर मैदान में हैं.