श्री पीतांबरा पीठ त्रिदेव मंदिर में महाशिवरात्रि महोत्सव…- भारत संपर्क

देवों के देव महादेव की आराधना का महापर्व महाशिवरात्रि आगामी 26 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा। अंचल के सभी शिवालयों में इस दिन विशेष आयोजन और अनुष्ठान होंगे। इसी क्रम में हमेशा की तरह सरकंडा सुभाष चौथ स्थित त्रिदेव मंदिर में भी श्री पारद शिवलिंग महारुद्र अभिषेक और महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। मंदिर में स्थापित पारद शिवलिंग का अभिषेक और विशेष पूजन इस अवसर पर होगा। त्रिदेव मंदिर के पीठाधीश्वर आचार्य दिनेश जी महाराज ने बताया कि न्यायधानी बिलासपुर में विश्व शांति और जनकल्याण के उद्देश्य से शारदेश्वर पारदेश्वर महादेव जी का महाशिवरात्रि पर महा रुद्राभिषेक किया जाएगा। रात्रि में चारों पहर में आयोजित रुद्राभिषेक रात्रि जागरण में श्रद्धालु दर्शन लाभ ले सकेंगे।

अद्भुत और चमत्कारी है पारद शिवलिंग
उन्होंने पारद शिवलिंग की महिमा बताते हुए कहा कि धर्म शास्त्रों के अनुसार पारद शिवलिंग साक्षात भगवान शिव का ही स्वरुप है, इसलिए इसकी पूजा विधि- विधान से करने से कई गुना फल प्राप्त होते हैं और जातक की हर मनोकामना पूर्ण होती है, इसीलिए इसे कामना लिंग भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि एक करोड़ शिवलिंग की पूजा अर्चना से जो फल प्राप्त होता है वह फल केवल पारद शिवलिंग के दर्शन मात्र से प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि पारद स्वयं सिद्ध धातु है, जिसका वर्णन पुराणों में भी है। पारद से निर्मित शिवलिंग की पूजा से विभिन्न प्रकार के ग्रह दोष और सभी कष्टों का निवारण होता है। सभी प्रकार के तंत्र-मंत्र स्वतः समाप्त हो जाते हैं। आसपास मौजूद बुरी शक्तियों का नाश होता है। पारद शिवलिंग की पूजा करने वाले शिवभक्त की रक्षा स्वयं महाकाल और महाकाली करते हैं। प्रतिदिन पारद शिवलिंग के दर्शन करने वाले को मोक्ष की प्राप्ति होती है और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इतना ही नहीं ऐसे जातक को लक्ष्मी, सुख- शांति, ऐश्वर्य अर्थ, कर्म ,काम मोक्ष एवं विद्या की भी प्राप्ति होती है, इसलिए उन्होंने सभी से महाशिवरात्रि के अवसर पर पारद शिवलिंग के दर्शन और पूजन का आह्वाहन किया है।

उन्होंने बताया कि 26 फरवरी बुधवार फाल्गुन कृष्ण त्रयोदशी प्रातः 6:00 बजे से महा रुद्राभिषेक आरंभ होगा और रात्रि के चारों पहर अभिषेक, पूजन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर 27 फरवरी गुरुवार प्रार्थना 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक उनके द्वारा मंदिर में निशुल्क रुद्राक्ष वितरण किया जाएगा।
चैत्र बसंती नवरात्रि की तैयारी भी
श्री बगलामुखी पीतांबरा पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य दिनेश जी महाराज ने बताया कि 30 मार्च रविवार से 6 अप्रैल 2025 रविवार तक चैत्र बासंती नवरात्रि का वार्षिक उत्सव मनाया जाएगा। इस अवसर पर विविध धार्मिक अनुष्ठान होंगे। इस अवसर पर मंदिर में श्रीमद् देवी भागवत कथा का संगीतमय आयोजन होगा, जहां कथा व्यास से राजपुरोहित आचार्य मुरारी लाल त्रिपाठी कटघोरा वाले भागवत कथा का पाठ करेंगे। हमेशा की तरह बासंती नवरात्र में मनोकामना अखंड घृत ज्योति कलश भी प्रज्वलित किए जाएंगे।
Post Views: 13