मनु भाकर के कोच होंगे बेघर? पेरिस ओलंपिक से लौटने के बाद मिला घर गिराने का … – भारत संपर्क

मनु भाकर के कोच समरेश जंग
पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर की चर्चा न सिर्फ भारत में बल्कि पूरी दुनिया में हैं. दो कांस्य पदक जीतने के बाद मनु ने भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है. माना जाता है कि किसी भी स्पोर्ट्स स्टार के पीछे एक गुरु का हाथ होता है, जो उसे सफलता हासिल करने के काबिल बनाता है. मनु के कोच हैं समरेश जंग. लेकिन उनकी परेशानी बढ़ गई है. उनका घर गिराया जा सकता है. खुद ओलंपियन रह चुके समरेश का घर राजधानी दिल्ली के सिविल लाइंस में हैं. आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के भूमि और विकास कार्यालय (एलएनडीओ) ने उन्हें नोटिस दिया है. नोटिस में दावा किया गया है कि जिस जमीन पर उनका घर बना वो रक्षा मंत्रालय की है. इसलिए उनका घर अवैध है.
समरेश पेरिस ओलंपिक से जब भारत लौटे तो वो हैरान रह गए. उन्हें पता चला कि जिस घर में वो और उनका परिवार पिछले करीब 75 सालों से रहता आया है, वो अवैध है. उनके पास इसे खाली करने के लिए सिर्फ 48 घंटे का समय है. हैरानी की बात है कि मनु भाकर के कोच समरेश खुद ओलंपिक में कई पदक जीत चुके हैं.
समरेश जंग जीत चुके हैं कई पदक
राष्ट्रमंडल खेल 2006 और 2010 में समरेश ने सात स्वर्ण पदक, पांच रजत और दो कांस्य पदक जीते थे. उन्हें गोल्डफिंगर’ उपनाम भी दिया गया था. अवैध घर होने का नोटिस मिलने के बाद उन्होंने कहा कि अपना सामान बांधकर जाने के लिए कम से कम दो महीने चाहिए. समरेश को अर्जुन अवॉर्ड से भी नवाजा जा चुका है.
जंग ने क्या कहा?
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ” मुझे नहीं पता कि ये तोड़फोड़ क्यों हो रही है. क्यों लोगों के घर गिराए जा रहे हैं? उन्होंने अचानक पूरी कॉलोनी को ही अवैध घोषित कर दिया. मेरा परिवार इस जगह पर पिछले 75 सालों से रह रहा है. हम कोर्ट गए थे और याचिका भी दायर की थी, लेकिन उसे भी नकार दिया गया”.
समरेश जंग का घर सिविल लाइंस इलाके में है और उन्होंने कहा कि 200 परिवारों को दो दिनों के भीतर घर खाली करने का आदेश दिया गया है. मामले की सुनवाई दिल्ली उच्च न्यायालय में होनी है. कोर्ट पर भरोसा जताते हुए उन्होंने आगे कहा कि मैं कानून से ऊपर नहीं हूं और अगर कानून यही कहता है तो मैं घर खाली कर दूंगा.