मौलाना की पत्नी का शव कब्र से निकाला गया, हत्या की जांच तेज,…- भारत संपर्क


बिलासपुर/रामपुर।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक गर्भवती महिला की संदिग्ध हालात में मौत और फिर आनन-फानन में उसके शव को उत्तर प्रदेश के रामपुर ले जाकर दफनाने के मामले ने अब गंभीर मोड़ ले लिया है। बिलासपुर पुलिस की सिफारिश पर रामपुर पुलिस ने गुरुवार को मौलाना कारी बशीर अहमद की पत्नी सलमा का शव कब्र से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम कराया है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मृतका के भाई और मोहल्ले वालों ने लगाए गंभीर आरोप
मामले में मृतका सलमा के भाई और तालापारा इलाके के कई मोहल्ले वालों ने मिलकर बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह को एक लिखित शिकायत सौंपी थी। इसमें मौलाना कारी बशीर अहमद पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिकायत में कहा गया है कि 11 जुलाई की रात मौलाना ने अपने भाइयों के साथ मिलकर गर्भवती सलमा के साथ बेरहमी से मारपीट की थी। इतना ही नहीं, सलमा को प्रेस से जलाने और जबरन टॉयलेट क्लीनर पिलाने का भी आरोप लगाया गया है।
मोहल्ले वालों के मुताबिक, सलमा की छोटी बेटी ने घटना की जानकारी पड़ोसियों को दी थी। इसके बाद ही मौलाना उसे अस्पताल ले गया। इलाज के दौरान सलमा की मौत हो गई। इसके बावजूद मौलाना ने इस पूरे मामले को छिपाने की कोशिश की। आरोप है कि फर्जी कागजात तैयार कर शव को तुरंत रामपुर ले जाकर दफना दिया गया।

डॉक्टरी रिपोर्ट में नहीं मिला टॉयलेट क्लीनर का उल्लेख
हालांकि, अब तक सामने आई डॉक्टर की प्राथमिक रिपोर्ट में टॉयलेट क्लीनर सेवन या जलने के कोई स्पष्ट प्रमाण नहीं मिले हैं। यही विरोधाभास अब जांच का केंद्र बन गया है। जबकि मौलाना की ओर से आए रामपुर के ग्राम प्रधान और मृतका के भाई दोनों ने यही दावा किया है कि सलमा को टॉयलेट क्लीनर जबरन पिलाया गया था।
बिलासपुर पुलिस के पत्र पर रामपुर में हुई कार्रवाई
बिलासपुर एसएसपी रजनेश सिंह ने मामले की गंभीरता को देखते हुए रामपुर पुलिस को पत्र भेजकर शव का पोस्टमार्टम कराने और पूरे मामले की जांच की मांग की थी। इसी के आधार पर रामपुर पुलिस ने प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में कब्र से शव बाहर निकाला और विधिवत पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी की।
एसएसपी सिंह ने बताया कि अगर पीएम रिपोर्ट से यह स्पष्ट होता है कि महिला की मृत्यु बिलासपुर में हुई थी, तो रामपुर पुलिस इस मामले को “शून्य में अपराध” के तहत दर्ज कर केस को बिलासपुर ट्रांसफर करेगी। इसके बाद यहां विधिवत अपराध दर्ज कर विवेचना की जाएगी।
पहले से विवादित रहा है मौलाना
मौलाना कारी बशीर अहमद की गतिविधियां पहले से ही संदेह के घेरे में रही हैं। उत्तर प्रदेश के रामपुर से आकर उसने बिलासपुर में एक मदरसा शुरू किया था। इसके साथ ही उसने ‘शमा बिरयानी’ नाम से कई आउटलेट्स भी शुरू किए, जिससे उसने तेजी से आर्थिक लाभ कमाया। उस पर पहले भी नाबालिग बच्चियों के साथ यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लग चुके हैं, जिनकी जांच की मांग अब फिर से जोर पकड़ रही है।
आने वाले दिन तय करेंगे मामला
अब सबकी नजर पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर टिकी है। यह रिपोर्ट तय करेगी कि सलमा की मौत किन परिस्थितियों में हुई और क्या यह वाकई हत्या का मामला है। यदि ऐसा पाया जाता है तो मौलाना पर हत्या, साक्ष्य छुपाने और फर्जी दस्तावेज तैयार करने जैसे गंभीर आरोपों में मामला दर्ज होगा।
बिलासपुर से रामपुर तक फैले इस मामले ने स्थानीय पुलिस और प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है, जो अब न्यायिक प्रक्रिया के हर पहलू की कसौटी पर खरा उतरने की परीक्षा है।
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