उत्तरी आयरलैंड की फर्स्ट मिनिस्टर बनीं मिशेल, जानें कौन है इतिहास रचने वाली ये महिला… – भारत संपर्क
मिशेल ओ’नीलImage Credit source: AP/PTI
उत्तरी आयरलैंड की एक महिला ने इतिहास रच दिया है. महिला का नाम मिशेल ओ’नील है. वह उत्तरी आयरलैंड की प्रांतीय सरकार की फर्स्ट मिनिस्टर बनी हैं. उन्हें प्रोग्रेसिव आयरिश रिपब्लिकन की एक नई पीढ़ी का प्रतीक माना जाता है. मई 2022 में चुनावों के बाद उनकी पार्टी ब्रिटिश क्षेत्र की सबसे बड़ी पार्टी बनी. 47 साल की नील सिन फेन की नेता हैं. सिन फेन एक राजनीतिक दल है. नील ने पहले मंत्री की भूमिका निभाने के लिए काफी धैर्य रखा और इंतजार किया है.
अब नील के सामने सबसे बड़ी मौजूदा चिंता बजट संकट और चरमराती सार्वजनिक सेवाओं से निपटना है. वह 1960 के दशक में शुरू हुए सांप्रदायिक संघर्ष के काले दिनों से अच्छी तरह परिचित हैं. उनके पिता को आयरिश रिपब्लिकन आर्मी (आईआरए) का सदस्य होने के कारण जेल में डाल दिया गया था और एक चचेरे भाई को ब्रिटेन की विशिष्ट विशेष वायु सेवा (एसएएस) रेजिमेंट के सदस्यों ने मार डाला था.
किंग चार्ल्स III के ताजपोशी में शामिल हुई थीं नील
वहीं, नील 1998 के गुड फ्राइडे समझौते, जिसे बेलफास्ट समझौता भी कहा जाता है के बाद की पीढ़ी से आती हैं. इस समझौते के बाद राजनीतिक युग में आया, जिसमें शांति आई और उन्होंने लोगों से पहला राष्ट्रवादी मंत्री बनने का वादा किया. नील ने साल 2022 में ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद उन्हें श्रद्धांजलि दी और किंग चार्ल्स III के ताजपोशी में भाग लिया.
जब सिन फेन आयरिश रिपब्लिकन आर्मी की पॉलिटिकल विंग थी तब दोनों के बारे में कुछ भी नहीं सुना गया. इसकी पुष्टि होने के तुरंत बाद नील ने अपनी नियुक्ति को ऐतिहासिक बताया. उन्होंने उत्तरी आयरिश सांसदों से कहा कि ऐसा भी दिन आएगा, यह मेरे माता-पिता और दादा-दादी की पीढ़ी के लिए अकल्पनीय है. नील को युवा मतदाताओं का समर्थन मिला है. दरअसल, वामपंथी उदारवाद की राजनीति और 2008 में वित्तीय मंदी के बाद से नौकरियों के लिए खड़े हुए संकट व घरों की कमी के कारण उत्तरी आयरलैंड के लोग नाराज थे.
सिन फेन पार्टी ने महंगाई से निपटने पर दिया जोर
वहीं, नील का पहला राष्ट्रवादी मंत्री बनना पुरुष प्रधान के युग का अंत भी कहा जा रहा है. एकजुट आयरलैंड के रिपब्लिकन ड्रीम को साकार करने पर विशेष ध्यान देने के बजाय नील की पार्टी ने बढ़ती महंगाई से निपटने और ब्रेक्सिट के झटके के बाद स्थिरता को प्रोत्साहित करने के लिए असेंबली इलेक्शन की नीतियों पर जोर दिया. नील का जन्म 10 जनवरी 1977 को आयरिश रिपब्लिक के दक्षिण में काउंटी कॉर्क में हुआ था.