विधायक फूलसिंह राठिया ने कलेक्टर को लिखा पत्र, उप तहसील…- भारत संपर्क
विधायक फूलसिंह राठिया ने कलेक्टर को लिखा पत्र, उप तहसील सोहागपुर का सही ढंग से नहीं हो रहा संचालन,
कोरबा। विधानसभा रामपुर क्षेत्र अंतर्गत सोहागपुर में उप तहसील कार्यालय तो खोल दिया गया। मगर उप तहसील का संचालन सही ढंग से नहीं किया जा रहा है। इस वजह से इसका लाभ क्षेत्र के ग्रामीणों और किसानों को नहीं मिल पा रहा है। उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों की समस्याओं को देखते हुए विधायक फूलसिंह राठिया ने उप तहसील के सही ढंग से संचालन को लेकर कलेक्टर को पत्र लिखा है।
विधायक श्री राठिया ने पत्र में लिखा है कि सोहागपुर क्षेत्र के किसानों व आम जनों की मांग पर सांसद ज्योत्सना महंत के प्रयास से पूर्ववर्ती सरकार के द्वारा उप तहसील सोहागपुर को खोला गया है। जिसके उद्घाटन कार्यक्रम मुख्य अतिथि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व वर्तमान नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास मंहत, सांसद ज्योत्सना महंत और तत्कालीन कलेक्टर सौरभ कुमार की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ था। वर्तमान में उप तहसील सोहागपुर का संचालन सही ढंग से नहीं हो रहा है। जिसके कारण किसनों व आम जनों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा। जिस मंशा के साथ उप तहसील की शुरुआत की गई थी उसका समुचित लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। विधायक ने पत्र के माध्यम से कहा है कि संबंधित अधिकारियों को उप तहसील सोहागपुर का नियमित संचालन करने के लिए निर्देशित करने कहा है।
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घोषणा के बाद भी सामुदायिक भवन को नहीं मिली प्रशासनिक स्वीकृति
विधायक श्री राठिया ने सोहागपुर में घोषणा के बाद भी सामुदायिक भवन के लिए प्रशासनिक स्वीकृति नहीं दिए का मामला भी पत्र के माध्यम से कलेक्टर के संज्ञान में लाया है। श्री राठिया ने पत्र में कहा है कि तत्कालीन कलेक्टर सौरभ कुमार जब उप तहसील सोहागपुर के उद्घाटन कार्यक्रम में आए थे। तब ग्राम पंचायत सोहागपुर के लोगों के द्वारा एक सामुदायिक भवन की मांग की गई थी। जिसपर तत्कालीन कलेक्टर के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 लाख रूपये के सामुदायिक भवन की घोषणा की गई थी। जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति आज तक नहीं दी गई है। उन्होंने कलेक्टर अजीत वसंत से तत्कालीन कलेक्टर के घोषणानुरूप सामुदायिक भवन की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है। ज्ञात रहे कि सोहागपुर में सामुदायिक भवन की कमी लंबे समय से बनी हुई है। लोगों को विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और पारिवारिक कार्यक्रमों के आयोजन में परेशानी हो रही है। इसी समस्या को देखते हुए पूर्व कलेक्टर ने सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा की थी।