मेरी दादी की रेसिपी, आम का अचार ऐसे डालें, कई साल नहीं होगा खराब


आम के अचार की रेसिपीImage Credit source: kesaram.chou
भारतीय घरों में सब्जी, रोटी, चावल जैसी रेगुलर डिशेज के साथ चटनी और अचार जरूर परोसे जाते हैं, साथ ही घरों में अचार इसलिए भी बनाकर रखे जाते हैं, क्योंकि अगर कोई सब्जी बनाने का मन न हो तो रोटी-पराठे खाए जा सकते हैं. घर पर अगर सही तरह से अचार बनाया जाए तो ये एक दो दिन या फिर कुछ महीनों नहीं बल्कि सालों तक खराब नहीं होता है. हमारे यहां कहा जाता है कि अचार जितना पुराना हो ये उतना ज्यादा स्वादिष्ट होता जाता है. मार्केट में अचार के ब्रांड्स की भरमार है, लेकिन फिर भी उनमें वो स्वाद नहीं आता है जो घर पर बने अचार में आता है. इस आर्टिकल में जानेंगे मेरी दादी की आम के अचार की ट्रेडिशनल रेसिपी जो न सिर्फ स्वाद में कमाल है, बल्कि कई साल तक अचार खराब नहीं होता है.
अचार सिर्फ एक रेसिपी नहीं है, बल्कि ये भारतीयों के लिए इमोशन है. घरों में कई-कई किलो मिर्च और आम समेत अलग-अलग सब्जियों के अचार बनाकर रख दिए जाते हैं, जिन्हें शौक से खाया जाता है. जिनके बच्चे दूर रहते हैं वो मां डिब्बों में अचार के साथ अपना प्यार भी पैक करके भेजती हैं. चलिए आज हम दादी के पिटारे से जान लेते हैं आम के अचार की रेसिपी.
अचार बनाने के लिए ऐसे चुनें आम
सबसे पहले ये जरूरी है कि आप सही आम चुनें, तभी अचार की शेल्फ लाइफ लंबी होगी. जब आप आम खरीदने जाएं तो चेक करें कि वो मुलायम न हो. अचार के लिए हमेशा जाली वाले कच्चे आम चुनना चाहिए यानी जिसके अंदर की गुठली का कवर टाइट हो चुका हो.
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अचार को बनाने की तैयारी
आम को धोकर चार टुकड़ों में काट लें, इसके लिए आपको तेज धार का चाकू या फिर आम काटने वाला कटर चाहिए होगा, लेकिन ये काम सावधानी के साथ करें. इसके बाद जो भी आम थोड़े से पके हुए हो वो हटाकर अलग कर लें और बाकी के सारे कटे हुए आम में हल्दी के साथ नमक लगाकर एक दिन की धूप दिखा दें, इससे नमी काफी हद तक कम हो जाएगी.
आम के अचार का मसाला ऐसे करें तैयार
इनग्रेडिएंट्स की बात करें तो आपको दो सबसे जरूरी इनग्रेडिएंट्स सौंफ और धनिया चाहिए. इसके अलावा मेथी दाना, पीली सरसों, कलौंजी, 8-9 लौंग, राई, ले लें. सौंफ-धनिया ज्यादा मात्रा में लेना है, जबकि बाकी के मसाले इसके मुकाबले में एक चौथाई ही डालें, नहीं तो मसाले कड़वा स्वाद देंगे. वहीं आप आम के वजन के मुताबिक मसालों की क्वांटिटी ले सकते हैं. सारे मसालों को ड्राई रोस्ट कर लें और पीस लें. इस तरह से अचारी मसाला तैयार हो जाएगा.
आम का अचार डालने का फाइनल स्टेप
सारे पीसे गए मसाले को एक बड़े बर्तन में कर लें. इसमें थोड़ी सी पिसी हल्दी, स्वाद के मुताबिक नमक, थोड़ा सा लाल मिर्च पाउडर, मिला लें. अब सरसों का तेल गर्म करें ताकि कच्चापन निकल जाए. जब ये तल ठंडा हो जाए तो इसे मसाले में मिला दें. मसाले का टेक्सचर ऐसा होना चाहिए को वो आम पर अच्छी तरह से कोट हो जाए. अब सारे आम को बड़े बर्तन में करें और मसाले को अच्छी तरह से चलाते हुए मिलाएं. इसके लिए करछी की बजाय हाथों का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर रहता है. एक कांच की बरनी (Jar) लें और उसमें पकाया हुआ सरसों का थोड़ा सा तेल डालकर हिला लें ताकि वो पूरे जार में कोट हो जाए. इसमें अचार डालें और एक दिन की धूप दिखाएं. फिर सरसों का तेल गर्म करें और ठंडा करने के बाद अचार में डाल दें. तेल इतना होना चाहिए कि अचार डूब जाए. दो किलो आम के अचार में आधा किलो सरसों का तेल काफी हो जाता है.
स्टोर करने के टिप्स
ध्यान रखें कि जिस जार में आप अचार स्टोर कर रहे हैं, उसमें नमी न हो और जब भी अचार निकालें तो सूखे चम्मच का ही इस्तेमाल करें, साथ ही हाथों से अचार न निकाले. इससे अचार की शेल्फ लाइफ बढ़िया रहती है. जब आप शुरुआत में अचार को धूप दिखाते हैं तो उसपर ढक्कन न लगाएं, बल्कि एक हल्के सूती कपड़े को जार के मुंह पर बांध दें. एक हफ्ते की धूप काफी होती है तो वहीं ज्यादा गर्म मौसम में चार से पांच दिनों की धूप में ही अचार तैयार हो जाता है.