हवा में उड़ रही राख को नियंत्रित करने की जरूरत, बढ़ी परेशानी- भारत संपर्क
हवा में उड़ रही राख को नियंत्रित करने की जरूरत, बढ़ी परेशानी
कोरबा। जिले में स्थित निजी और सार्वजनिक कंपनियों के डेम से राखड़ का परिवहन अलग-अलग स्थानों पर किया जा रहा है लेकिन सही तरह से नहीं ढंके होने के कारण राख हवा में उड़ रही है। हवा में उड़ रही राख को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन की ओर से कई बार ट्रांसपोर्ट कंपनियों को हिदायत दी गई लेकिन इसका ज्यादा असर नहीं पड़ रहा है। ओवरलोड राख भरा जा रहा है।कोल डस्ट के साथ-साथ राखड़ भी कोरबा वासियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है। गर्मी बढऩे के साथ ही कोयले की डस्ट और राख ने लोगों की समस्या विकराल कर दी है। कोयला परिवहन करने वाली गाडिय़ां हवा में कोल डस्ट को फैला रही हैं। सबसे गंभीर स्थिति कोरबा-कुसमुंडा मार्ग पर है।
इस मार्ग पर यातायात का दबाव अधिक है। रोजाना बड़ी संख्या में कोयला लेकर गाडिय़ां कोरबा से बाहर जा रहीं हैं और खाली गाडिय़ां खदान की ओर रूख कर रही हैं। गाडिय़ों के चलने से सडक़ पर गिर रहा कोयले का डस्ट हवा में उड़ रहा है और लोगों की परेशानी बढ़ा रहा है। इन गाडिय़ों के पीछे दोपहिया और तीनपहिया गाडिय़ों पर सवार लोगों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है। उनकी आंखों में कोयले की डस्ट समा रही है। सांस के रास्ते शरीर के भीतर घुस रही है।