NEET: जामिया हमदर्द में MBBS-PG की 199 सीटों पर इस साल नहीं होगा दाखिला, कॉलेज…

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NEET: जामिया हमदर्द में MBBS-PG की 199 सीटों पर इस साल नहीं होगा दाखिला, कॉलेज…
NEET: जामिया हमदर्द में MBBS-PG की 199 सीटों पर इस साल नहीं होगा दाखिला, कॉलेज में 'प्राइवेट पार्टी का कंट्रोल' है वजह!

जामिया हमदर्द डीम्ड यूनिवर्सिटी है

NEET UG काउंसलिंग 2025 शुरू हो गई है. इस बीच जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी ने MBBS और PG की कुल 199 सीटों पर दाखिला ना देने का फैसला लिया है. इसमें MBBS की 150 और PG की 49 सीटें हैं. कुल जमा शैक्षणिक सत्र 2025-26 में जामिया हमदर्द की 199 MBBS-PG सीटों पर दाखिला नहीं होगा. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मेडिकल काॅलेज में प्राइवेट पार्टी के कंट्रोल को वजह बताते हुए इस साल दाखिला ना देने का फैसला लिया है. असल में यह कदम हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (HIMSR) के संचालन में हुई करोड़ों रुपये की वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के बाद उठाया गया है.

रजिस्ट्रार ने HIMSR को प्राइवेट पार्टी के कंट्रोल में बताया

साल 2012 में जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी के स्वास्थ्य सेवा विस्तार का फैसला लिया गया था. इसी कड़ी में हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च (HIMSR) स्थापित किया गया था. अकादमिक सत्र 2025-26 के लिए HIMSR की MBBS और PG की सीटें शून्य दिखाई गई हैं. इस संबंध में यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने 6 जून को एनएमसी को एक पत्र लिखा था. पत्र में रजिस्ट्रार ने कहा था कि HIMSR में प्राइवेट पार्टी के कंट्रोल की वजह से यूनिवर्सिटी HIMSR में दाखिला औरऑनलाइन पोर्टल पर अपना कंट्रोल रखने में असमर्थ हैं. रजिस्ट्रार ने प्राइवेट पार्टी का कंट्रोल बताते हुए MBBS और PG सीटों के लिए अपनी संबद्धता वापस लेने की बाध्यता का हवाला दिया था.

दिल्ली हाईकोर्ट ने दाखिला को लेकर दिए हैं ऑर्डर

जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी ने इस साल MBBS समेत PG दाखिला के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया ना शुरू करने को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट का रूख किया था. इस मामले में सुनवाई के बाद 21 जुलाई को आदेश जारी किए गए हैं. इस आदेश मेंएडिशनल सॉलिसिटर जनरल और स्वास्थ्य मंत्रालय का बयान दर्ज किया गया है. आदेश में कानूनी जटिलताओं का हवाला देते हुए इस साल MBBS और PG की सीटों में दाखिला ना देने की बात कही गई है.

वहीं जामिया हमदर्द के यूनिवर्सिटी के कुलपति नेHIMSR में प्राइवेट पार्टी के कंट्रोल को गैरकानूनी बताया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार कुलपति प्रो मोहम्मद अफशर आलम का कहना है कि मेडिकल काॅलेज यूजीसी के नियमों का पालन नहीं कर रहा है. इस संबंध में कॉलेज प्रशासन को कई बार निर्देश जारी किए गए थे. अब इस साल मेडिकल कॉलेज में नए छात्रों का रजिस्ट्रेशन नहीं कराया जा सकता है.

HIMSR पर 813 करोड़ों रुपये की हेराफेरी का आरोप

CAG के ऑडिट में HIMSR और उससे जुड़े अस्पताल के लिए निर्धारित 813 करोड़ों रुपये के बजट की हेराफेरी सामने आई है. CAG ने ये ऑडिट 2011 से 2023 के बीच किया था. आरोप है कि ये पैसा यूजीसी के नियमों के विरूद्धहमदर्द एजुकेशन सोसाइटी को दे दिया गया, जिसे ऑडिट में संस्थागत संसाधनों का दुरुपयोग बताया गया है.

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