NEET पेपर लीक: बिहार के बाद महाराष्ट्र से जुड़े तार, लातूर के 2 शिक्षकों से…
नीट पेपर लीक मामले में महाराष्ट्र से 2 शिक्षक गिरफ्तार
नीट यूजी का मामला इन दिनों सुर्खियों में छाया हुआ है. हर दिन नए नए खुलासे हो रहे हैं. इस मामले पर जमकर राजनीति भी हो रही रही. विपक्षी दल केंद्र सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं. सड़कों पर छात्र और उनके अभिभावक प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच पुलिस ने बिहार समेत कई राज्यों से लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं अब इस मामले में बिहार कनेक्शन के बाद महाराष्ट्र कनेक्शन भी सामने आया है.
नीट पेपर लीक मामले में नांदेड़ एटीएस ने दो शिक्षकों को महाराष्ट्र के लातूर से हिरासत में लिया है. हिरासत में लिए गए दोनों शिक्षकों में से एक लातूर और दूसरा सोलापुर में काम करने वाला बताया जा रहा है. दोनों ही जिला परिषद स्कूलों में शिक्षक हैं. नांदेड़ एटीएस द्वारा दोनों शिक्षकों से काफी देर तक पूछताछ की गई उसके बाद दोनों को छोड़ दिया गया. एटीएस सूत्रों के मुताबिक अगर जरूरत पड़ेगी तो दुबारा से दोनों शिक्षकों पूछताछ की जा सकती है.
निजी कोचिंग चलाने वाले दो शिक्षक गिरफ्तार
जानकारी के मुताबिक एटीएस ने लातूर में निजी कोचिंग चलाने वाले दो शिक्षकों को हिरासत में लिया है. इन दोनों शिक्षकों के नाम संजय जाधव और जलील पठान हैं. संजय जाधव चाकूर तालुका के बोथी का रहने वाला है और सोलापुर जिले के टाकली में एक जिला परिषद स्कूल में शिक्षक है. वहीं जलील पठान लातूर के पास कातपुर में एक जिला परिषद स्कूल में शिक्षक हैं. ये दोनों लातूर में प्राइवेट कोचिंग क्लास चलाते हैं.
ये भी पढ़ें
शिक्षकों से पूछताछ में जुटी ATS
लातूर में NEET परीक्षा की तैयारी के लिए राज्य भर से हजारों छात्र आते हैं. बताया जा रहा है कि इसी का फायदा उठाकर नीट परीक्षा का पेपर लीक करने का रैकेट लातूर में चलाने का शक जांच एजेंसियों को है. मामले की जांच के दौरान एटीएस की टीम ने लातूर में दो जगहों पर छापेमारी कर शनिवार रात दोनों शिक्षकों को हिरासत लिया है. फिलहाल दोनों से गहन पूछताछ की जा रही है. एटीएस को शक है कि नीट पेपर लीक मामले में दोनों शिक्षक शामिल हैं. नीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई भी कर रही है.
इन राज्यों से भी जुड़े तार
इससे पहले बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान से नीट पेपर लीक के तार जुड़ चुके हैं. इन जगहों से कई लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं. वहीं अब अन्य राज्यों से भी लीक के तार जुड़ते नजर आ रहे हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि पेपर लीक का यह गिरोह पूरे देश में फैला हुआ था.