NEET UG 2024: क्या है डार्क मार्कर या रेड फ्लैग? सुप्रीम कोर्ट का इशारा किसकी ओर…

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NEET UG 2024: क्या है डार्क मार्कर या रेड फ्लैग? सुप्रीम कोर्ट का इशारा किसकी ओर…
NEET UG 2024: क्या है डार्क मार्कर या रेड फ्लैग? सुप्रीम कोर्ट का इशारा किसकी ओर

नीट यूजी मामले में अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 18 जुलाई को होनी हैImage Credit source: freepik

नीट यूजी 2024 परीक्षा मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया कि इस परीक्षा से संबंधित उस डार्क मार्कर अथवा रेड फ्लैग को जानने की भी जरूरत है, जिसकी वजह से यह सब कुछ संदेह के घेरे में है. टीवी9 भारतवर्ष ने इस बारे में यह जानने की कोशिश की आखिरकार वह कौन सा क्षेत्र है, जो इस पूरे मामले में विवाद के घेरे में है. शिक्षाविद केशव अग्रवाल ने टीवी9 भारतवर्ष से खास बातचीत में कहा कि पूरे नीट यूजी की परीक्षा में कुछ प्वाइंट ऐसे हैं, जिनका यदि सही तरीके से जांच की जाए तो ऐसी बातें निकलकर सामने आएंगी जो अब तक नहीं आई हैं.

केशव अग्रवाल के अनुसार इसे साधारण भाषा में समझने कि कोशिश करते हैं. आइए जानते हैं कि उन्होंने क्या बताया और इस पूरे मामले को कैसे समझाया.

1. उदाहरण के तौर पर एक छात्र ( X ) जिसे साल 2022 की परीक्षा में 300 अंक आए. उसने अपना सेंटर कोलकाता चुना और उसका रैंक 33200 था. उसी छात्र को साल 2023 में 420 अंक आता है. उसने अपना सेंटर कोलकता चुना और उसका रैंक 230000 हो जाता है.

इसी छात्र को साल 2024 में 690 अंक आता है और उसका रैंक 500 हो जाता है. इस बार वह अपना सेंटर कोलकता की जगह गोधरा चुन लेता है. यह वही छात्र है, जिसे बोर्ड की परीक्षा में महज 65 प्रतिशत नंबर आया. इस छात्र ने रीविडों के तहत अप्लाई किया था.

2. दूसरी स्थिति की कल्पना करते हैं. एक छात्र ( Y ) है. इस साल नीट में उसका स्कोर 705 और रैंक 1321 है. बोर्ड की परीक्षा में उसे महज 50.2 प्रतिशत नंबर आए हैं. उसने भी रिविंडों में अप्लाई किया और सेंटर गोधरा चुना.

3. एक और छात्र का उदाहरण लेते हैं, जिसका नाम ( Z ) है. साल 2023 में नीट में 400 का स्कोर किया और उसका रैंक 231000 रहा. बोर्ड की परीक्षा में उसने 60 प्रतिशत नंबर लाया. इस साल उसका सेंटर पटना था, लेकिन 2024 में उसने 720 नंबर लाया और पहले रैंक पर आया जबकि उसने सेंटर पटना की जगह हजारीबाग कर दिया.

4. ओएमआर शीट भी चेक किया जा सकता है. मसलन नीट यूजी की परीक्षा के दौरान फिजिक्स, कैमेस्ट्री, बॉटनी और जूलॉजी में 50 सवाल हल करने होते हैं. इसमें 35 सवाल कम्पलसरी होता है, जबकि 15 सवाल में से 10 सवाल ही आपको हल करने होते हैं. ऐसे में बच्चों के ओएमआर की शीट से पता किया जा सकता है कि जिन बच्चों ने गलत तरीके से प्रश्न पत्र रटा है. उनके 10 सवाल के ओएमआर शीट भी एक तरह के हो सकते हैं.

कब हुई थी परीक्षा?

कुछ शिक्षाविदों का दावा है कि यदि इन सभी मसलों पर गौर किया जाए और सही तरीके से जांच हो तो कई बातें निकलकर सामने आ सकती है. नीट यूजी परीक्षा का आयोजन 5 मई को किया गया था और एग्जाम में 23 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए थे. रिजल्ट 4 जून को घोषित किया था. नतीजे जारी होते ही अभ्यर्थी परीक्षा में गड़बड़ी और पेपर लीक होने का आरोप लगाने लगे. हालांकि नीट यूजी का पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं और अगली सुनवाई 18 जुलाई को होनी है.

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