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वेटिंग टिकट लेकर स्लीपर व एसी कोच में यात्रा पर नो एंट्री, रेलवे लगाएगा जुर्माना, यात्रियों को जनरल कोच में भेजा जाएगा
कोरबा। वेटिंग टिकट लेकर यात्री अब स्लीपर व एसी कोच में सफर नहीं कर पाएंगे। टिकट कंफर्म नहीं होने पर भी वेटिंग टिकट लेकर आरक्षित कोच में सफर करने वालों यात्रियों पर रेलवे जुर्माना लगाएगा। वहीं यात्रियों को जनरल कोच में भेजा जाएगा। एसईसीआर ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।ऑनलाइन वेटिंग टिकट कंफर्म नहीं होने पर ऑटोमेटिक कैंसिल हो जाती है। लेकिन काउंटर से वेटिंग टिकट लेने वाले यात्री स्लीपर व एसी कोच में चढ़ जाते हैं। सीट कंफर्म नहीं होने के कारण यात्री किसी तरह दूसरों की बर्थ में बैठकर सफर तय करते हैं। वहीं कई यात्री बाथरूम के पास खड़े रहते हैं। ऐसे में आरक्षित बर्थ वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसे देखते हुए एसईसीआर ने वेटिंग टिकट लेकर आरक्षित कोच में सफर करने वालों को बाहर करने का आदेश जारी किया है। रेलवे ने साफ कहा है कि कंफर्म टिकट नहीं है, तो उसे स्लीपर और एसी कोच से बाहर कर दे। अगर कोई वेटिंग टिकट के साथ मिलता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाए। वहीं यात्री को अगले स्टेशन में आरक्षित कोच से उतारकर जनरल कोच में भेजा जाए। इससे कंफर्म बर्थ लेकर सफर करने वाले यात्रियों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। कई यात्री जनरल टिकट लेकर स्लीपर व एसी कोच में चढ़ जाते है। वहीं ट्रेन में मौजूद टीटीई से रिजर्वेशन चार्ज की पर्ची कटाकर सफर करते रहते है। एसईसीआर ने टीटीई को भी निर्देश दिया है कि यात्रियों की रिजर्वेशन पर्ची न काटे। इससे स्लीपर और एसी कोच में भीड़ कम होगी। टिकट काउंटर से वेटिंग टिकट लेने वाले यात्रियों का कहना है कि उन्हे आरक्षित कोच से भगाना अन्याय है। रेलवे को सिर्फ कंफर्म टिकट देना चहिए। अगर वेटिंग टिकट देता है और वह कंफर्म नहीं हुई तो ऑनलाइन की तरह सभी टिकटों को रद्द कर दें। इसके बजाए रेलवे यात्रियों को परेशान कर रहा है। एक टिकट में अगर 3 यात्री सफर कर रहे हैं। इनमें से 2 यात्री की टिकट कंफर्म है और तीसरा वेटिंग में है। ऐसे में रेलवे क्या करेगी? इस पर अधिकारी और टीटीई भी कुछ नहीं बता पा रहे हैं। सभी को पता है कि तीसरा यात्री वेटिंग टिकट के बावजूद अपने साथियों के साथ सफर कर सकता है।