एसईसीएल से नहीं मिला पर्याप्त कोयला, एचटीपीपी पर गहराया संकट- भारत संपर्क
एसईसीएल से नहीं मिला पर्याप्त कोयला, एचटीपीपी पर गहराया संकट
कोरबा। राज्य उत्पादन कंपनी के सर्वाधिक उत्पादन क्षमता वाले एचटीपीपी संयंत्र में कोयला की स्थिति क्रिटिकल है, जबकि गर्मी के दिनों में खदानों से कोयला उत्पादन में बढ़ोतरी होती है। कोयला डिस्पैच भी बढ़ जाता है। इसके बावजूद एचटीपीपी में एसईसीएल से पर्याप्त कोयला की आपूर्ति नहीं की गई। संयंत्र के अधिकारियों ने बताया कि समस्या को लेकर एसईसीएल के अधिकारियों से चर्चा की जा चुकी है। इसके बाद भी आपूर्ति ने रफ्तार नहीं पकड़ी। अब रफ्तार जरूर बढ़ाई जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के दर्री पश्चिम स्थित एचटीपीपी संयंत्र में 210 गुणा 4 व 500 मेगावाट की एक इकाई से बिजली उत्पादन किया जाता है। संयंत्र की कुल विद्युत उत्पादन क्षमता 1340 मेगावाट है। संयंत्र में एसईसीएल कुसमुंडा खदान से कोयला की आपूर्ति होती है। इसके लिए खदान से संयंत्र तक कन्वेयर बेल्ट बिछाई गई है। संयंत्र को रोजाना बिजली उत्पादन के लिए लगभग 22 हजार टन कोयला की आवश्यकता होती है। वर्तमान में संयंत्र में लगभग 80 हजार टन कोल स्टॉक मौजूद है। जो लगभग चार दिन का स्टॉक है। विद्युत संयंत्र में 15 दिन का कोल स्टॉक होना चाहिए। दूसरी ओर काफी दिनों तक एसईसीएल कुसमुंडा खदान से खपत से भी कम कोयला मिलने के कारण स्टॉक तेजी से घटा है। हालांकि पिछले दो तीन दिन से 22 हजार रोजाना खपत के मुकाबले संयंत्र में 25 हजार टन कोयला डेली आपूर्ति की जा रही है। जिससे जल्द स्थिति सुधरने के आसार हैं। भीषण गर्मी के दौरान बिजली की डिमांड में इजाफा हो गया है। डिमांड को पूरा करने विद्युत संयंत्रों की इकाइयों को फुल लोड पर चलाया जा रहा है। इसके लिए संयंत्रों को पर्याप्त कोयला की आवश्यकता पड़ रही है। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी के एचटीपीपी संयंत्र में कोल स्टॉक की स्थिति क्रिटिकल है। संयंत्र में महज चार दिन का कोयला स्टॉक है। काफी दिनों तक एसईसीएल से रोजाना खपत से कम कोयला मिलता रहा है। इस वजह से संयंत्र में कोल स्टॉक की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। एसईसीएल कुसमुंडा खदान से एचटीपीपी संयंत्र तक नई और पुरानी कन्वेयर बेल्ट बनाई गई है। गत दिनों एक ट्रेलर चालक की लापरवाही से दर्री मार्ग पर कन्वेयर बेल्ट के बेस को नुकसान पहुंचा था। इस वजह से संयंत्र में एक लाइन से कोयला आपूर्ति बाधित रही थी। कन्वेयर लाइन को सुधार लिया गया है।