सिर्फ बल्लेबाजों की नाकामी ही नहीं, इन 2 बड़ी वजहों से भी टीम इंडिया को मिल… – भारत संपर्क

टीम इंडिया को दूसरे वनडे मैच में 32 रन से हार मिली.Image Credit source: PTI
भारतीय टीम ने हर किसी की उम्मीदों को गलत साबित करते हुए श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज जीतने का मौका गंवा दिया. कहां तो हर कोई यही मान कर चल रहा था कि टी20 सीरीज की तरह वनडे में भी टीम इंडिया बिना किसी परेशानी के श्रीलंका का सफाया कर देगी लेकिन 3 मैचों की सीरीज के 2 मुकाबले पूरे होने के बाद रोहित शर्मा की टीम 0-1 से पिछड़ गई है. पहले मैच में टीम 231 रन नहीं बना सकी और ये टाई हो गया. दूसरे मैच में टीम इंडिया से 241 रन नहीं बने और 32 रनों से हार गई. दोनों ही मैचों में टीम के बल्लेबाजों ने निराश किया, जो स्पिनर्स के आगे नाकाम रहे लेकिन दोनों मुकाबलों में खास तौर पर दूसरे वनडे में 2 ऐसी वजहें भी थीं जो भारत और श्रीलंका के प्रदर्शन में बड़ा अंतर साबित हुईं और टीम इंडिया की हार की वजह बनीं.
टीम इंडिया की खराब फील्डिंग
भारतीय टीम की फील्डिंग इस मैच में खास अच्छी नहीं रही. श्रेयस अय्यर ने आखिरी ओवर में डाइरेक्ट हिट पर रन आउट किया, जिसने वाहवाही जरूर बटोरी लेकिन असली नुकसान तो इससे पहले ही हो गया था. श्रीलंका की पारी के 40वें ओवर में कुलदीप यादव की बॉल पर शिवम दुबे ने कामिंडु मेंडिस का आसान सा कैच ड्रॉप कर दिया. मेंडिस ने इसके बाद 29 रन और जोड़े और 40 रन बनाए. इतना ही नहीं, इस कैच के ड्रॉप होने के बाद उन्होंने डुनिथ वेल्लालगे के साथ पार्टनरशिप में 47 रन और जोड़े. अगर वो कैच हो जाता तो श्रीलंका 200 रन तक ढेर हो सकती थी.
इसकी तुलना में श्रीलंका ने 2 बेहतरीन कैच लिए जिन्होंने टीम इंडिया के विकेटों की पतझड़ में बड़ी भूमिका निभाई. सबसे पहले पथुम निसांका ने बैकवर्ड पॉइंट पर लंबी दौड़ लगाकर कप्तान रोहित शर्मा का हैरतअंगेज डाइविंग कैच लपका. फिर मेंडिस ने ही स्लिप में एक हाथ से शुभमन गिल का चौंकाने वाला कैच लेकर टीम की वापसी कराई.
लोअर ऑर्डर को आउट करने में नाकामी
पहले और दूसरे मैच में सिर्फ टाई को छोड़कर बाकी सबकुछ लगभग एक जैसा ही रहा. दोनों ही मैचों में श्रीलंका ने 150 रन से पहले ही 6 विकेट गंवा दिए थे. पहले वनडे में 142 रन (34.2 ओवर) पर और दूसरे में 136 रन (34.5 ओवर) तक 6 विकेट गिर गए थे. इसके बावजूद न सिर्फ श्रीलंका ने पूरे 50 ओवर खेले, बल्कि टीम ऑल आउट भी नहीं हुई. दोनों बार डुनिथ वेल्लालगे ने भारतीय गेंदबाजों को परेशान किया और उन्हें दूसरे छोर से अच्छा सपोर्ट मिला.
पहले वनडे में श्रीलंका के लोअर ऑर्डर ने 2 विकेट गंवाकर 88 रन जोड़े, जबकि दूसरे में 3 विकेट गंवाकर 104 रन जोड़े. एक तरफ भारतीय बॉलर श्रीलंका के लोअर ऑर्डर को आउट करने में नाकाम रहे, तो वहीं भारत के निचले क्रम के बल्लेबाज इसे दोहराने में नाकाम रहे. ऐसा नहीं है कि बैटिंग में उनकी नाकामी वजह रही लेकिन वो भी श्रीलंका जैसा दम दिखा सकते थे. पहले वनडे में जहां 15 गेंदों में 2 विकेट होने के बावजूद जीत के लिए 1 रन नहीं बन सका तो वहीं दूसरे वनडे में तो लोअर ऑर्डर 200 रनों के पार ही पहुंचा सका.